हौंसले को समेट कर मेघ बन
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केवल रूदन से बदला
नहीं जग का इतिहास
कर्मवीरों ने बदले युग
के सभी ढर्रे सोल्लास
जो हालात के सामने
सहज घुटने देते हैं टेक
इतिहास उनके नाम को
देता कहीं हाशिए पे फेंक
जो हो रहा, होने दो भाव
से काटते हैं जो जिंदगानी
उन्हें कदम कदम पे झेलनी
पड़े यश और सम्मान हानि
रंगीन आसमान देता सदा
सबको खुलकर एक संदेश
हौंसले को समेट कर मेघ
बन कोई उसे सकता छेंक