Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Dec 2022 · 1 min read

होता है तेरी सोच का चेहरा भी आईना

दिखना है जैसा तुमको
उसे वैसा ही बना लो ।
होता ही तेरी सोच का
चेहरा भी आईना ॥

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
11 Likes · 54 Views
You may also like:
"दुर्भिक्ष"
Dr. Kishan tandon kranti
गीत
गीत
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
#अतिथि_कब_जाओगे??
#अतिथि_कब_जाओगे??
संजीव शुक्ल 'सचिन'
तोड़ दे अब जंजीरें
तोड़ दे अब जंजीरें
Shekhar Chandra Mitra
तेरा अनुमान लगाना
तेरा अनुमान लगाना
Dr fauzia Naseem shad
हमारे दरमियान कुछ फासला है।
हमारे दरमियान कुछ फासला है।
Surinder blackpen
हर रास्ता मंजिल की ओर नहीं जाता।
हर रास्ता मंजिल की ओर नहीं जाता।
Annu Gurjar
आपके अन्तर मन की चेतना अक्सर जागृत हो , आपसे , आपके वास्तविक
आपके अन्तर मन की चेतना अक्सर जागृत हो , आपसे...
Seema Verma
दशानन
दशानन
जगदीश शर्मा सहज
आज की प्रस्तुति: भाग 7
आज की प्रस्तुति: भाग 7
Rajeev Dutta
उसने किरदार ठीक से नहीं निभाया अपना
उसने किरदार ठीक से नहीं निभाया अपना
कवि दीपक बवेजा
सितारे  आजकल  हमारे
सितारे आजकल हमारे
shabina. Naaz
मुबहम हो राह
मुबहम हो राह
Satish Srijan
*आया माघ महावटें( कुंडलिया )*
*आया माघ महावटें( कुंडलिया )*
Ravi Prakash
आरंभ
आरंभ
मनोज कर्ण
आंख से आंख मिलाओ तो मजा आता है।
आंख से आंख मिलाओ तो मजा आता है।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
छिपकली बन रात को जो, मस्त कीड़े खा रहे हैं ।
छिपकली बन रात को जो, मस्त कीड़े खा रहे हैं...
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
बरसात की झड़ी ।
बरसात की झड़ी ।
Buddha Prakash
#ग़ज़ल
#ग़ज़ल
आर.एस. 'प्रीतम'
कल्पना एवं कल्पनाशीलता
कल्पना एवं कल्पनाशीलता
Shyam Sundar Subramanian
■ एक सलाह...
■ एक सलाह...
*Author प्रणय प्रभात*
*धूप में रक्त मेरा*
*धूप में रक्त मेरा*
सूर्यकांत द्विवेदी
💐अज्ञात के प्रति-23💐
💐अज्ञात के प्रति-23💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
महंगाई का दंश
महंगाई का दंश
Umesh उमेश शुक्ल Shukla
कभी आधा पौन कभी पुरनम, नित नव रूप निखरता है
कभी आधा पौन कभी पुरनम, नित नव रूप निखरता है
हरवंश हृदय
मुक्तक
मुक्तक
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
// जिंदगी दो पल की //
// जिंदगी दो पल की //
Surya Barman
“उच्छृंखलता सदैव घातक मानी जाती है”
“उच्छृंखलता सदैव घातक मानी जाती है”
DrLakshman Jha Parimal
उन माँ बाप को भूला दिया
उन माँ बाप को भूला दिया
gurudeenverma198
तुम्हारी शोख़ अदाएं
तुम्हारी शोख़ अदाएं
VINOD KUMAR CHAUHAN
Loading...