Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Mar 2023 · 1 min read

हे राघव अभिनन्दन है

हे राघव अभिनन्दन है
प्रकृति करे धरा शृंगार
कण-कण है सुमन सरीखे
सूर्य भी अब उत्सुक दीखें
कुल में अब प्रकट हुए हैं
समस्त सृष्टि के आधार
वन की सुरभि हुई चंदन हैं,
हे राघव अभिनन्दन है,
हे राघव अभिनन्दन है…✍️

प्रभु श्रीराम सभी की सब प्रकार से रक्षा करें..
हर-हर महादेव 🙏
-पंकज पाण्डेय ‘सावर्ण्य’

341 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

अक्षर-अक्षर हमें सिखाते
अक्षर-अक्षर हमें सिखाते
Ranjeet kumar patre
*मैं शायर बदनाम*
*मैं शायर बदनाम*
DR ARUN KUMAR SHASTRI
मृत्यु हूँ ।
मृत्यु हूँ ।
Buddha Prakash
देखिए मायका चाहे अमीर हो या गरीब
देखिए मायका चाहे अमीर हो या गरीब
शेखर सिंह
यह   जीवन   तो   शून्य  का,
यह जीवन तो शून्य का,
sushil sarna
कनक मंजरी छंद
कनक मंजरी छंद
Rambali Mishra
2
2
इशरत हिदायत ख़ान
*बसंत*
*बसंत*
Shashank Mishra
3177.*पूर्णिका*
3177.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
आसमान - घौंसला !
आसमान - घौंसला !
पूर्वार्थ
अपने जन्मदिन पर
अपने जन्मदिन पर
Sudhir srivastava
प्रेम पत्नी से है सिर्फ पत्नी से,
प्रेम पत्नी से है सिर्फ पत्नी से,
लक्ष्मी सिंह
विचार
विचार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
*न हों बस जैसा हों*
*न हों बस जैसा हों*
Dr. Vaishali Verma
रंग बिरंगे फूलों से ज़िंदगी सजाई गई है,
रंग बिरंगे फूलों से ज़िंदगी सजाई गई है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
श्रद्धाञ्जलि
श्रद्धाञ्जलि
Saraswati Bajpai
I
I
*प्रणय प्रभात*
सरिता
सरिता
Vivek Pandey
आत्मनिर्णय
आत्मनिर्णय
Shyam Sundar Subramanian
"प्रकृति को समझने के लिए"
Dr. Kishan tandon kranti
*आए यों जग में कई, राजा अति-विद्वान (कुंडलिया)*
*आए यों जग में कई, राजा अति-विद्वान (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
मुक्तक
मुक्तक
surenderpal vaidya
गज़ल
गज़ल
करन ''केसरा''
एक ख्वाहिश थी
एक ख्वाहिश थी
हिमांशु Kulshrestha
बेटा बेटी है एक समान,
बेटा बेटी है एक समान,
Rituraj shivem verma
शिव भाव का सागर
शिव भाव का सागर
डॉ गुंडाल विजय कुमार 'विजय'
अटरू ली धनुष लीला
अटरू ली धनुष लीला
मधुसूदन गौतम
पुष्प का यौवन
पुष्प का यौवन
तारकेश्‍वर प्रसाद तरुण
इस तरह कब तक दरिंदों को बचाया जाएगा।
इस तरह कब तक दरिंदों को बचाया जाएगा।
सत्य कुमार प्रेमी
अपने 'रब' को भी खुद में पा लेते
अपने 'रब' को भी खुद में पा लेते
Dr fauzia Naseem shad
Loading...