हाथ में कलम और मन में ख्याल
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/a89a5179d89d4218c56c814effaa2a84_daa1304dce489907fe9b483a7600a85f_600.jpg)
हाथ में कलम और मन में ख्याल
Morning का mode , Work का load
Relief की शाम, Stress और थकान
बातों वाली रात , दिन भर की मुलाकात
समय समय के हालात, जीवन के सवालात
उत्तरों के सुझाव, सफर के मुडा़व
डुबती कश्तियाँ, लडनें की यथाह शक्तियां
प्रेम का भाव, शीतल स्वभाव
त्यौहार के रंग , अपनोँ का संग
समाज की परिस्थिति, मन की स्थिति
इन सब ख्यालों और जज्बातों की सरिता
बन जाती है मन के भीतर एक कविता।