Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Jan 2017 · 1 min read

हमारा गर्व है गणतंत्र

(गणतंत्र दिवस की सभी को हार्दिक
शुभकामनाएँ)
ये 26 जनवरी का दिन,
नव उल्लास ले आया|
स्वतंत्रता की याद दिलाकर,
सजग हमें करने आया|
ये 26 जनवरी का दिन,
नव उल्लास ले आया|
लोकतंत्र का नारा है,
मिल जुलकर रहना धर्म हमारा है|
हिंदू,मुस्लिम ऐसे रहें,
जैसे भाई-भाई हैं|
द्वेष की भावना कभी न पनपे,
ये कसम हमने खाई है|
सभी को मिले समान अधिकार,
कर्तव्यों के साथ-साथ|
भारत के संविधान में यह बात,
लिखित रूप में समाई है|
लाल किले की प्राचीरों से,
यह आवाज आई है|
नारी यहाँ नहीं है अबला,
श्रद्धा,ममता,शक्ति है|
तिरंगे के तीनों रंगों में,
इसकी ही छवि समाई है|
तिरंगा है जिसका साक्षी,
नभ में नई लालिमा छाई है|
फले-फूले गणतंत्र हमारा,
आज सभी ने यह कसम खाई है|
लहराता रहे तिरंगा नभ में,
हर साल मनाएँ यूँ ही गणतंत्र दिवस पूरे हर्ष से|
हर साल मनाएँ यूँ ही गणतंत्र दिवस पूरे हर्ष से||

Language: Hindi
Tag: कविता
130 Views

Books from डॉ. नीरू मोहन 'वागीश्वरी'

You may also like:
बुंदेली_दोहा बिषय- गरी (#शनारियल)
बुंदेली_दोहा बिषय- गरी (#शनारियल)
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
5
5"गांव की बुढ़िया मां"
राकेश चौरसिया
अगर एक बार तुम आ जाते
अगर एक बार तुम आ जाते
Ram Krishan Rastogi
एक प्यारी सी परी हमारी
एक प्यारी सी परी हमारी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
2225.
2225.
Khedu Bharti "Satyesh"
पात्र (लोकमैथिली कविता)
पात्र (लोकमैथिली कविता)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
✍️अहंकार
✍️अहंकार
'अशांत' शेखर
जय जय जय जय बुद्ध महान ।
जय जय जय जय बुद्ध महान ।
Buddha Prakash
मेरी कलम
मेरी कलम
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
" समर्पित पति ”
Dr Meenu Poonia
देश की आज़ादी के लिए अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने प्राणों की
देश की आज़ादी के लिए अंग्रेजों से लड़ते हुए अपने...
Shubham Pandey (S P)
" सिनेमा को दरक़ार है अब सुपरहिट गीतों की "...
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
तेरे होकर भी।
तेरे होकर भी।
Taj Mohammad
*मुंडी लिपि : बहीखातों की प्राचीन लिपि*
*मुंडी लिपि : बहीखातों की प्राचीन लिपि*
Ravi Prakash
तय करो किस ओर हो तुम
तय करो किस ओर हो तुम
Shekhar Chandra Mitra
"अमृत और विष"
Dr. Kishan tandon kranti
'फौजी होना आसान नहीं होता
'फौजी होना आसान नहीं होता"
Lohit Tamta
हम तुम्हें खुद में
हम तुम्हें खुद में
Dr fauzia Naseem shad
अगर जीवन में कभी किसी का कंधा बने हो , किसी की बाजू बने हो ,
अगर जीवन में कभी किसी का कंधा बने हो ,...
Seema Verma
मैं
मैं
Ranjana Verma
डॉअरुण कुमार शास्त्री
डॉअरुण कुमार शास्त्री
DR ARUN KUMAR SHASTRI
🌺🌤️जिन्दगी उगता हुआ सूरज है🌤️🌺
🌺🌤️जिन्दगी उगता हुआ सूरज है🌤️🌺
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
काश ये नींद भी तेरी याद के जैसी होती ।
काश ये नींद भी तेरी याद के जैसी होती ।
Amit Kumar
ब्याह  रचाने चल दिये, शिव जी ले बारात
ब्याह रचाने चल दिये, शिव जी ले बारात
Dr Archana Gupta
यह आखिरी है दफा
यह आखिरी है दफा
gurudeenverma198
आख़िरी मुलाक़ात
आख़िरी मुलाक़ात
N.ksahu0007@writer
दृढ़ संकल्पी
दृढ़ संकल्पी
डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
Writing Challenge- माता-पिता (Parents)
Writing Challenge- माता-पिता (Parents)
Sahityapedia
■ आज का मुक्तक...
■ आज का मुक्तक...
*Author प्रणय प्रभात*
कुछ पंक्तियाँ
कुछ पंक्तियाँ
सोनम राय
Loading...