Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
17 Feb 2023 · 1 min read

सोहनी-महिवाल

ये कैसी हुई साज़िश
धरती-आसमान में!
जिसकी कोई मिसाल
मिलती नहीं ज़हान में!!
देखता ही रह गया
बेचारा महिवाल!
और बह गई सोहनी
वक़्त के तूफ़ान में!!
#Love #sad #Romantic
#Sohni #mahiwal #freedom
#tragedy #women #life
#Patriarchy #feudalism
#शायरी #इश्क #औरत #आजादी

Language: Hindi
1 Like · 50 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
जब ऐसा लगे कि
जब ऐसा लगे कि
Nanki Patre
💐 Prodigy Love-25💐
💐 Prodigy Love-25💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
पवनसुत
पवनसुत
सिद्धार्थ गोरखपुरी
तेरी मुस्कराहटों का राज क्या  है
तेरी मुस्कराहटों का राज क्या है
Anil Mishra Prahari
Propose Day
Propose Day
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
पिता की आंखें
पिता की आंखें
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि ’
*ये उन दिनो की बात है*
*ये उन दिनो की बात है*
Shashi kala vyas
*दुनिया  एक नाटक है  (हास्य व्यंग्य)*
*दुनिया एक नाटक है (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
कभी गिरने नहीं देती
कभी गिरने नहीं देती
shabina. Naaz
हमारी मूर्खता ही हमे ज्ञान की ओर अग्रसर करती है।
हमारी मूर्खता ही हमे ज्ञान की ओर अग्रसर करती है।
शक्ति राव मणि
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
फुटपाथों पर लोग रहेंगे
Chunnu Lal Gupta
राहें भी होगी यूं ही,
राहें भी होगी यूं ही,
Satish Srijan
"हे वसन्त, है अभिनन्दन.."
Dr. Asha Kumar Rastogi M.D.(Medicine),DTCD
बात-बात पर क्रोध से, बढ़ता मन-संताप।
बात-बात पर क्रोध से, बढ़ता मन-संताप।
डॉ.सीमा अग्रवाल
2299.पूर्णिका
2299.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
तस्वीर देख कर सिहर उठा था मन, सत्य मरता रहा और झूठ मारता रहा…
तस्वीर देख कर सिहर उठा था मन, सत्य मरता रहा और झूठ मारता रहा…
Anand Kumar
चाय और गपशप
चाय और गपशप
Seema gupta,Alwar
चंदा तुम मेरे घर आना
चंदा तुम मेरे घर आना
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
■ अटपटी-चटपटी...
■ अटपटी-चटपटी...
*Author प्रणय प्रभात*
वो पढ़ लेगा मुझको
वो पढ़ लेगा मुझको
Dr fauzia Naseem shad
दोहे- दास
दोहे- दास
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
अवसर त मिलनक ,सम्भव नहिं भ सकत !
अवसर त मिलनक ,सम्भव नहिं भ सकत !
DrLakshman Jha Parimal
कोरोना :शून्य की ध्वनि
कोरोना :शून्य की ध्वनि
Mahendra singh kiroula
काल भले ही खा गया, तुमको पुष्पा-श्याम
काल भले ही खा गया, तुमको पुष्पा-श्याम
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
श्री राम
श्री राम
Kavita Chouhan
तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है |
तेरे लहजे पर यह कोरी किताब कुछ तो है |
कवि दीपक बवेजा
मोहब्बत, हर किसी के साथ में नहीं होती
मोहब्बत, हर किसी के साथ में नहीं होती
Vishal babu (vishu)
ताकि वो शान्ति से जी सके
ताकि वो शान्ति से जी सके
gurudeenverma198
जिद्द
जिद्द
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
आपसी बैर मिटा रहे हैं क्या ?
आपसी बैर मिटा रहे हैं क्या ?
Buddha Prakash
Loading...