Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
21 Jan 2024 · 1 min read

सवालात कितने हैं

चुभते हुए इस दिल में सवालात कितने हैं।
या’रब तेरे जहान के निगहबान कितने हैं ।।
सोचोगे ग़र कभी तो सोचा न जायेगा ।
इंसानों की इस भीड़ में इंसान कितने हैं ।।
डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
5 Likes · 137 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from Dr fauzia Naseem shad
View all
You may also like:
माँ-बाप का किया सब भूल गए
माँ-बाप का किया सब भूल गए
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मुझे बिखरने मत देना
मुझे बिखरने मत देना
Dr. Ramesh Kumar Nirmesh
#आज_की_कविता :-
#आज_की_कविता :-
*प्रणय प्रभात*
प्रेम कविता ||•
प्रेम कविता ||•
पूर्वार्थ
दोहा छंद ! सावन बरसा झूम के ,
दोहा छंद ! सावन बरसा झूम के ,
Neelofar Khan
मुक्तक
मुक्तक
डॉक्टर रागिनी
2538.पूर्णिका
2538.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
गंगा- सेवा के दस दिन (सातवां दिन)
गंगा- सेवा के दस दिन (सातवां दिन)
Kaushal Kishor Bhatt
दहन
दहन
Shyam Sundar Subramanian
इंतजार बाकी है
इंतजार बाकी है
शिवम राव मणि
मनुष्य को
मनुष्य को
ओंकार मिश्र
दिल खोल कर रखो
दिल खोल कर रखो
Dr. Rajeev Jain
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
Ranjeet Kumar Shukla
"मन बावरा"
Dr. Kishan tandon kranti
*जिंदगी*
*जिंदगी*
Harminder Kaur
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
सैनिक के संग पूत भी हूँ !
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
हमने तुमको दिल दिया...
हमने तुमको दिल दिया...
डॉ.सीमा अग्रवाल
ये ज़िंदगी भी ज़रुरतों से चला करती है,
ये ज़िंदगी भी ज़रुरतों से चला करती है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
"" *जब तुम हमें मिले* ""
सुनीलानंद महंत
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
अगर हौसला हो तो फिर कब ख्वाब अधूरा होता है,
Shweta Soni
ज़हर क्यों पी लिया
ज़हर क्यों पी लिया
Surinder blackpen
सहचार्य संभूत रस = किसी के साथ रहते रहते आपको उनसे प्रेम हो
सहचार्य संभूत रस = किसी के साथ रहते रहते आपको उनसे प्रेम हो
राज वीर शर्मा
कितनी शिद्दत से देखा होगा मेरी नज़रों ने
कितनी शिद्दत से देखा होगा मेरी नज़रों ने
शिव प्रताप लोधी
बच्चे
बच्चे
Shivkumar Bilagrami
कैमरे से चेहरे का छवि (image) बनाने मे,
कैमरे से चेहरे का छवि (image) बनाने मे,
Lakhan Yadav
मुक्तक – भावनाएं
मुक्तक – भावनाएं
Sonam Puneet Dubey
ज़िंदगी में बेहतर नज़र आने का
ज़िंदगी में बेहतर नज़र आने का
Dr fauzia Naseem shad
हिन्दी
हिन्दी
manjula chauhan
दोहा त्रयी. . . .
दोहा त्रयी. . . .
sushil sarna
हिंदू कौन?
हिंदू कौन?
Sanjay ' शून्य'
Loading...