Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Jan 2017 · 1 min read

सदोका मालिका.. मैं कौन

मैं कौन
******

मैं कौन होता
भाई लिखने वाला
जो लिखाता लिखता
प्रभु का अंश
जो है किरायेदार
शब्द विचार देता

आदेश मान
तुरंत ही लिखता
सदोका पे सदोका
उसकी इक्षा
साधन बन जाऊँ
ज्ञान जोत जगाऊँ

संसार दुखी
प्रभु को यह पता
निवारण हेतु चुना
मुझ अधम
उनका प्रयोजन
अवश्य होगा पूरा

मेरा निश्चय
प्रभु के काम आऊँ
अज्ञान को मिटाऊँ
मानवता की
दूर हों जो मुश्किलें
मानव कहलाऊँ
प्यारे मनुष्य
ज्ञानी हो तुम सब
प्रभु के गुण गाओ
उन्हें पसंद
वो सब अपनाओ
करो जन कल्याण
सुख संयोग
प्रभु की होती कृपा
उसका ध्यान करे
आपका ख्याल
प्रभु की संतान है
सुख है सुनिश्चित

(समाप्त)

Language: Hindi
562 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

You may also like these posts

चुनाव
चुनाव
Santosh kumar Miri "kaviraj"
नेता सोये चैन से,
नेता सोये चैन से,
sushil sarna
समझौता
समझौता
Shyam Sundar Subramanian
पतंग को हवा की दिशा में उड़ाओगे तो बहुत दूर तक जाएगी नहीं तो
पतंग को हवा की दिशा में उड़ाओगे तो बहुत दूर तक जाएगी नहीं तो
Rj Anand Prajapati
प्राण मिलन
प्राण मिलन
Dr. Ravindra Kumar Sonwane "Rajkan"
किनारा
किनारा
इंजी. संजय श्रीवास्तव
ऋतुराज
ऋतुराज
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
सैनिक का प्रयाण
सैनिक का प्रयाण
Deepesh Dwivedi
3831.💐 *पूर्णिका* 💐
3831.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मां की अभिलाषा
मां की अभिलाषा
Prithvi Singh Beniwal Bishnoi
ज़िन्दगी हमपे कर नज़र अपनी
ज़िन्दगी हमपे कर नज़र अपनी
Dr fauzia Naseem shad
जिक्र
जिक्र
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
मुझको आँखों में बसाने वाले
मुझको आँखों में बसाने वाले
Rajender Kumar Miraaj
बन बादल न कोई भरा
बन बादल न कोई भरा
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
तमाम उम्र जमीर ने झुकने नहीं दिया,
तमाम उम्र जमीर ने झुकने नहीं दिया,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
🙅सीधी बात🙅
🙅सीधी बात🙅
*प्रणय प्रभात*
"घर घर की कहानी"
Yogendra Chaturwedi
उजड़ें हुए चमन की पहचान हो गये हम ,
उजड़ें हुए चमन की पहचान हो गये हम ,
Phool gufran
फितरत के रंग
फितरत के रंग
प्रदीप कुमार गुप्ता
पिछले पन्ने भाग 2
पिछले पन्ने भाग 2
Paras Nath Jha
उसी वादी में
उसी वादी में
Kanchan Advaita
पैमाना सत्य का होता है यारों
पैमाना सत्य का होता है यारों
प्रेमदास वसु सुरेखा
-बहुत याद आता है -
-बहुत याद आता है -
bharat gehlot
Echoes By The Harbour
Echoes By The Harbour
Vedha Singh
फिल्म
फिल्म
विशाल शुक्ल
मुकाबला करना ही जरूरी नहीं......
मुकाबला करना ही जरूरी नहीं......
shabina. Naaz
"मैं ही हिंदी हूं"
राकेश चौरसिया
कोहरा
कोहरा
Chitra Bisht
*अपनी भाषा अपनापन, कोशिश सफल हुई (हिंदी गजल)*
*अपनी भाषा अपनापन, कोशिश सफल हुई (हिंदी गजल)*
Ravi Prakash
"गंगा माँ बड़ी पावनी"
Ekta chitrangini
Loading...