Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Feb 2023 · 1 min read

शिव की बनी रहे आप पर छाया

शिव की बनी रहे आप पर छाया
पलट दे जो आपकी किस्मत की काया
मिले आपको वो सब अपनी ज़िन्दगी में
जो कभी किसी ने भी न पाया
शिवरात्रि की हार्दिक शुभकामनायें

98 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
जुदाई
जुदाई
Dr. Seema Varma
संस्कृति वर्चस्व और प्रतिरोध
संस्कृति वर्चस्व और प्रतिरोध
Shashi Dhar Kumar
Wakt ke pahredar
Wakt ke pahredar
Sakshi Tripathi
घुमंतू की कविता #1
घुमंतू की कविता #1
Rajeev Dutta
स्वार्थी नेता
स्वार्थी नेता
पंकज कुमार कर्ण
आज फिर किसी की बातों ने बहकाया है मुझे,
आज फिर किसी की बातों ने बहकाया है मुझे,
Vishal babu (vishu)
आज का चिंतन
आज का चिंतन
निशांत 'शीलराज'
महाभारत युद्ध
महाभारत युद्ध
Anil chobisa
*नन्हीं सी गौरिया*
*नन्हीं सी गौरिया*
Shashi kala vyas
★जब वो रूठ कर हमसे कतराने लगे★
★जब वो रूठ कर हमसे कतराने लगे★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
रोजी रोटी के क्या दाने
रोजी रोटी के क्या दाने
AJAY AMITABH SUMAN
फर्स्ट अप्रैल फूल पर एक कुंडली
फर्स्ट अप्रैल फूल पर एक कुंडली
Ram Krishan Rastogi
अजब-गजब इन्सान...
अजब-गजब इन्सान...
डॉ.सीमा अग्रवाल
*सीता (कुंडलिया)*
*सीता (कुंडलिया)*
Ravi Prakash
■एक_ग़ज़ल_ऐसी_भी...
■एक_ग़ज़ल_ऐसी_भी...
*Author प्रणय प्रभात*
कहूं कैसे भोर है।
कहूं कैसे भोर है।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
*हिन्दी बिषय- घटना*
*हिन्दी बिषय- घटना*
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
हरि घर होय बसेरा
हरि घर होय बसेरा
Satish Srijan
माँ मेरी परिकल्पना
माँ मेरी परिकल्पना
Dr Manju Saini
जीवन एक सफर है, इसे अपने अंतिम रुप में सुंदर बनाने का जिम्मे
जीवन एक सफर है, इसे अपने अंतिम रुप में सुंदर बनाने का जिम्मे
Sidhartha Mishra
दोहे-
दोहे-
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
जीवन में सफल होने
जीवन में सफल होने
Rashmi Mishra
द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत)
द्वंद अनेकों पलते देखे (नवगीत)
Rakmish Sultanpuri
"अन्तर"
Dr. Kishan tandon kranti
“ फेसबूक मित्रों की नादानियाँ ”
“ फेसबूक मित्रों की नादानियाँ ”
DrLakshman Jha Parimal
सुदूर गाँव मे बैठा कोई बुजुर्ग व्यक्ति, और उसका परिवार जो खे
सुदूर गाँव मे बैठा कोई बुजुर्ग व्यक्ति, और उसका परिवार जो खे
Shyam Pandey
मौन
मौन
Shyam Sundar Subramanian
जनता के आवाज
जनता के आवाज
Shekhar Chandra Mitra
💐अज्ञात के प्रति-144💐
💐अज्ञात के प्रति-144💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
आ अब लौट चलें
आ अब लौट चलें
Dr. Rajiv
Loading...