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15 Mar 2023 · 1 min read

वैराग्य का भी अपना हीं मजा है,

वैराग्य का भी अपना हीं मजा है,
ना किसी के आने की सदा है,
ना किसी के जाने की सज़ा है।

©® मनीषा मंजरी
Source- यादों की आहटें (coming soon)

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