वाह वाही कभी पाता नहीं हूँ,
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वाह वाही कभी पाता नहीं हूँ,
नेकी करके किसी को बताता नहीं हूं।
मेरे मुरशिद की तालीम कुछ ऐसी,
इसलिये खिदमत को जताता नहीं हूँ।
सतीश सृजन
वाह वाही कभी पाता नहीं हूँ,
नेकी करके किसी को बताता नहीं हूं।
मेरे मुरशिद की तालीम कुछ ऐसी,
इसलिये खिदमत को जताता नहीं हूँ।
सतीश सृजन