Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
27 Dec 2022 · 1 min read

रविवार को छुट्टी भाई (समय सारिणी)

सप्ताह में दिन हैं सात।
आओ कर लें इनकी बात।।
छः दिन की है यहां पढ़ाई।
सतवें दिन है छुट्टी भाई।।
सोम, मंगल, बुध।
हिन्दी पढ़िये शुद्ध।।
गुरु, शुक्र को एक पढ़ाई।
अंग्रेजी रटना है भाई/
पर्यावरण को जानो भाई।।
आता जब जब शनिवार।
संस्कृत पढ़ते हैं यार।।
रविवार को छुट्टी भाई।
करते हैं हम खूब घुमाई।।
✍️जटाशंकर”जटा”

35 Views

Books from Jatashankar Prajapati

You may also like:
अकेला चांद
अकेला चांद
Surinder blackpen
सर्दी
सर्दी
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
#ekabodhbalak
#ekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
किसको दोष दें ?
किसको दोष दें ?
Shyam Sundar Subramanian
जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
जो मासूम हैं मासूमियत से छल रहें हैं ।
सत्येन्द्र पटेल ‘प्रखर’
सत्य कभी नही मिटता
सत्य कभी नही मिटता
Anamika Singh
उस पथ पर ले चलो।
उस पथ पर ले चलो।
Buddha Prakash
*व्यंग्य*
*व्यंग्य*
Ravi Prakash
मैं ही मैं
मैं ही मैं
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
Aksharjeet shayari..अपनी गलतीयों से बहुत कूछ सिखा हैं मैने ...
Aksharjeet shayari..अपनी गलतीयों से बहुत कूछ सिखा हैं मैने ...
AK Your Quote Shayari
💐प्रेम कौतुक-428💐
💐प्रेम कौतुक-428💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कुंडलिया छंद
कुंडलिया छंद
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
किताब की ताक़त
किताब की ताक़त
Shekhar Chandra Mitra
क्लास विच हिन्दी बोलनी चाहिदी
क्लास विच हिन्दी बोलनी चाहिदी
विनोद सिल्ला
★डर★
★डर★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
राम वनवास
राम वनवास
Dhirendra Panchal
बाबा भीमराव अंबेडकर को शत शत नमन
बाबा भीमराव अंबेडकर को शत शत नमन
gurudeenverma198
चाँदनी खिलने लगी, मुस्कुराना आपका
चाँदनी खिलने लगी, मुस्कुराना आपका
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
तू है ना'।।
तू है ना'।।
Seema 'Tu hai na'
उदास
उदास
Swami Ganganiya
भूल जाते हैं मौत को कैसे
भूल जाते हैं मौत को कैसे
Dr fauzia Naseem shad
We can not judge in our life ,
We can not judge in our life ,
Sakshi Tripathi
जैसे तुम हो _ वैसे हम है,
जैसे तुम हो _ वैसे हम है,
Rajesh vyas
कल्पना ही कविता का सृजन है...
कल्पना ही कविता का सृजन है...
'अशांत' शेखर
#सुप्रभात
#सुप्रभात
आर.एस. 'प्रीतम'
शेर
शेर
RAJA KUMAR 'CHOURASIA'
■ बदलते रिवाज़.....
■ बदलते रिवाज़.....
*Author प्रणय प्रभात*
पास है दौलत का समंदर,,,
पास है दौलत का समंदर,,,
Taj Mohammad
एक होशियार पति!
एक होशियार पति!
पाण्डेय चिदानन्द "चिद्रूप"
तेरी सख़्तियों के पीछे
तेरी सख़्तियों के पीछे
ruby kumari
Loading...