ये संगम दिलों का इबादत हो जैसे

ये संगम दिलों का इबादत हो जैसे
ये संगम ना हो तो मोहब्बत हो कैसे
ये संगम दिलों का………………….
तेरे-मेरे दिल की ये कहानी नहीं है
कयामत तलक भी रवानी नहीं है
ये तीनों जहाँ में सलामत हो जैसे
ये संगम दिलों का……….……….
मैं तुमसे जुदा ना तूँ मुझसे जुदा है
है तुझसे मोहब्बत तूँ मेरा खुदा है
तेरे ख्वाब देखूँ हकीकत के जैसे
ये संगम दिलों का……………….
है तेरे साथ जीना तेरे साथ मरना
बिन तेरे ‘विनोद’ ये कैसा संवरना
ये खुदा की हम पे इनायत हो जैसे
ये संगम दिलों का………………..
ये संगम ना हो तो………………..