Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
24 Jan 2017 · 1 min read

अपना ये गणतंत्र

रचें सियासी बेशरम ,जब-जब भी षड्यंत्र !
आँखे मूँद खड़ा विवश, दिखा मुझे गणतंत्र !!
————————————————–
कहलाता गणतंत्र का, दिवस राष्ट्रीय पर्व !
होता है इस बात का , …हमें हमेशा गर्व !!
————————————————-
हुआ पतन गणतंत्र का, बिगड़ा सकल हिसाब !
अपराधी नेता हुए, ……..सिस्टम हुआ खराब !!
—————————————————-
राजनीतिक के लाभ का, ..जिसने पाया भोग !
उसे सियासी जाति का, लगा समझ लो रोग !!
—————————————————
यूँ करते हैं आजकल, राजनीति में लोग !
लोकतंत्र की आड में, सत्ता का उपभोग !!
————————————————–
भूखे को रोटी मिले,मिले हाथ को काम !
समझेगी गणतंत्र का, अर्थ तभी आवाम !!
—————————————————–
मात्र ख़िलौना रह गया अपना अब गणतंत्र !
भ्रष्टाचारी देश का , …….चला रहे जब तंत्र ! !
—————————————————
लोकतंत्र के तंत्र को , ……करते हैं बरबाद !
स्वार्थ-पथी गणतंत्र का, बदल रहे अनुवाद !!
————————————————
रूप -रंग गणतंत्र का ,बदल गया है आज!
करते अब इस देश में , भ्रष्ट शान से राज !!
————————————————-
अपनो ने ही कर दिया,अपनो को परतंत्र !
आँखे अपनी मूँद कर, देख रहा गणतंत्र ! !
———————————————-
जिसको देखो कर रहा, .वादों की बौछार !
और घोषणा-पत्र भी , बना एक हथियार !!
.———————————————
दूषित है अब देश का ,बुरी तरह गणतंत्र !
राजनीति भी हो गई,.बस सत्ता का यंत्र !!
——————————————–
राजनीति ने तंत्र के, दिए काट जब पंख !
कैसे तब गणतन्त्र का,बजता खुलकर शंख !!
————————————————
एक दूसरे पर कभी , होना नहीं सवार !
लोकतंत्र का अर्थ है , बनिये जिम्मेदार !!
रमेश शर्मा.

Language: Hindi
1 Like · 512 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
बेहिसाब सवालों के तूफान।
बेहिसाब सवालों के तूफान।
Taj Mohammad
जब भी दिल का
जब भी दिल का
Neelam Sharma
भ्रष्टाचार
भ्रष्टाचार
Paras Nath Jha
गुरुर
गुरुर
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
🌙Chaand Aur Main✨
🌙Chaand Aur Main✨
Srishty Bansal
नव वर्ष गीत
नव वर्ष गीत
Dr. Rajeev Jain
Meditation
Meditation
Ravikesh Jha
*मिलते जीवन में गुरु, सच्चे तो उद्धार【कुंडलिया】*
*मिलते जीवन में गुरु, सच्चे तो उद्धार【कुंडलिया】*
Ravi Prakash
Someone Special
Someone Special
Ram Babu Mandal
“ऐसी दोस्ती”
“ऐसी दोस्ती”
DrLakshman Jha Parimal
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी कई मायनों में खास होती है।
चैत्र मास के शुक्ल पक्ष की एकादशी कई मायनों में खास होती है।
Shashi kala vyas
मूरत
मूरत
कविता झा ‘गीत’
"तेरी याद"
Pushpraj Anant
बुंदेली दोहा -गुनताडौ
बुंदेली दोहा -गुनताडौ
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
3171.*पूर्णिका*
3171.*पूर्णिका*
Dr.Khedu Bharti
साज सजाए बैठा जग के, सच से हो अंजान।
साज सजाए बैठा जग के, सच से हो अंजान।
डॉ.सीमा अग्रवाल
आफत की बारिश
आफत की बारिश
ओम प्रकाश श्रीवास्तव
अधर्म का उत्पात
अधर्म का उत्पात
Dr. Harvinder Singh Bakshi
हाथ की लकीरें
हाथ की लकीरें
Mangilal 713
एक सपना
एक सपना
Punam Pande
अगर आप समय के अनुसार नही चलकर शिक्षा को अपना मूल उद्देश्य नह
अगर आप समय के अनुसार नही चलकर शिक्षा को अपना मूल उद्देश्य नह
Shashi Dhar Kumar
सफर अंजान राही नादान
सफर अंजान राही नादान
VINOD CHAUHAN
जिन्दगी की शाम
जिन्दगी की शाम
Bodhisatva kastooriya
ग़ज़ल
ग़ज़ल
ईश्वर दयाल गोस्वामी
मजबूरियां थी कुछ हमारी
मजबूरियां थी कुछ हमारी
gurudeenverma198
दोहा
दोहा
गुमनाम 'बाबा'
Dr. Arun Kumar shastri
Dr. Arun Kumar shastri
DR ARUN KUMAR SHASTRI
बाल कविता: तोता
बाल कविता: तोता
Rajesh Kumar Arjun
#तेवरी
#तेवरी
*प्रणय प्रभात*
Loading...