मौका जिस को भी मिले वही दिखाए रंग ।
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मौका जिस को भी मिले वही दिखाए रंग ।
जैसी जिसकी सोच है वैसा उसका ढंग ॥
वैसा उसका ढंग चाल भी चलता वैसा ।
नही रहेगा हंस बनेगा बगुला जैसा ॥
ताकत जिसके हाथ मारता छक्का चौका।
कोई आपद साथ ढूँढ़ता अपना मौका ॥
– महेन्द्र नारायण