Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Apr 2017 · 1 min read

मै स्वप्न देखता हूँ

रिश्ता तोड़ना और आज़ाद होंना
काश की होती दोनों
एक ही बाते
काश मै समझ पाता
कि समझने के लिए
इशारे से बढ़ के कुछ नहीं
और कि जहां होता है
लंबा चौड़ा एक रास्ता
वो दरअसल
कच्ची नींद मे देखा गया
एक स्वप्न मात्र है ।
.
© — सत्येंद्र कुमार

Language: Hindi
Tag: कविता
158 Views
You may also like:
संविधान /
संविधान /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
"छत्रपति शिवाजी महाराज की गौभक्ति"
Pravesh Shinde
दरकते हुए रिश्तों में
दरकते हुए रिश्तों में
Dr fauzia Naseem shad
हर घर तिरंगा
हर घर तिरंगा
Dr Archana Gupta
उम्र गुजर रही है अंतहीन चाह में
उम्र गुजर रही है अंतहीन चाह में
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मेरे देश के युवाओं तुम
मेरे देश के युवाओं तुम
gurudeenverma198
जख्मों को हवा देते हैं।
जख्मों को हवा देते हैं।
Taj Mohammad
मजबूर हूँ मज़दूर हूँ..
मजबूर हूँ मज़दूर हूँ..
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
💐ध्रुवमहाभागस्य प्रेम💐
💐ध्रुवमहाभागस्य प्रेम💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
🚩फूलों की वर्षा
🚩फूलों की वर्षा
Pt. Brajesh Kumar Nayak
लघुकथा- उम्मीद की किरण
लघुकथा- उम्मीद की किरण
Akib Javed
Writing Challenge- जानवर (Animal)
Writing Challenge- जानवर (Animal)
Sahityapedia
तेरे दिल में कब आएं हम
तेरे दिल में कब आएं हम
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
काबिलियत पर शक
काबिलियत पर शक
Shekhar Chandra Mitra
साठ वर्ष का  (कुंडलिया)
साठ वर्ष का (कुंडलिया)
Ravi Prakash
#ekabodhbalak
#ekabodhbalak
DR ARUN KUMAR SHASTRI
आधुनिकता
आधुनिकता
पीयूष धामी
✍️कर्म से ही वजूद…
✍️कर्म से ही वजूद…
'अशांत' शेखर
ये ज़िंदगी क्या सँवर रही….
ये ज़िंदगी क्या सँवर रही….
Rekha Drolia
"रंग वही लगाओ रे"
Dr. Kishan tandon kranti
मेरी ख़्वाहिश वफ़ा सुन ले,
मेरी ख़्वाहिश वफ़ा सुन ले,
अनिल अहिरवार"अबीर"
मन संसार
मन संसार
Buddha Prakash
अमृत उद्यान
अमृत उद्यान
मनोज कर्ण
सफ़रनामा
सफ़रनामा
Gautam Sagar
■ आज के नुस्खे
■ आज के नुस्खे
*Author प्रणय प्रभात*
ग्रीष्म की तपन
ग्रीष्म की तपन
डॉ. रजनी अग्रवाल 'वाग्देवी रत्ना'
कविता
कविता
Rambali Mishra
"लक्की"
Dr Meenu Poonia
रूकतापुर...
रूकतापुर...
Shashi Dhar Kumar
अज़ब सा हाल तेरे मजनू ने बना रक्खा है By Vinit Singh Shayar
अज़ब सा हाल तेरे मजनू ने बना रक्खा है By...
Vinit kumar
Loading...