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13 Jan 2023 · 1 min read

मुस्कराता दर्द

अस्पताल की सेज है,
दर्द लबरेज है,
आँखें खुश्क हैं,
न कोई अश्क हैं।

चीख है आह है,
दिल में वाह वाह है
देखो कोई आ रहा है,
दर्द मुस्करा रहा है।

आया ने बताया,
देखो !कौन आया?
उल्टा लटका फ़र्द है,
मुस्कराता दर्द है।

औरत का हक़ है
न कोई शक है,
मौला का शुक्र है,
मां बनने का फक्र है।
-पूजा सृजन,
लखनऊ (उप्र)

Language: Hindi
3 Likes · 3 Comments · 357 Views
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