Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
23 Nov 2022 · 1 min read

मुल्क के दुश्मन

इल्म के दुश्मन
फ़न के दुश्मन!
फ़न के दुश्मन
अक्ल के दुश्मन!!
अक्ल के दुश्मन
क़ौम के दुश्मन!!
क़ौम के दुश्मन
मुल्क के दुश्मन!!

Language: Hindi
1 Like · 51 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
होली
होली
Dr Archana Gupta
कभी हक़ किसी पर
कभी हक़ किसी पर
Dr fauzia Naseem shad
गीत-1 (स्वामी विवेकानंद जी)
गीत-1 (स्वामी विवेकानंद जी)
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
कविका मान
कविका मान
Dr. Sunita Singh
तेरे बग़ैर ये ज़िंदगी अब
तेरे बग़ैर ये ज़िंदगी अब
Aksharjeet Ingole
तुम बहुत प्यारे हो
तुम बहुत प्यारे हो
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
मनुज से कुत्ते कुछ अच्छे।
मनुज से कुत्ते कुछ अच्छे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
महव ए सफ़र ( Mahv E Safar )
महव ए सफ़र ( Mahv E Safar )
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
अपनेपन का मुखौटा
अपनेपन का मुखौटा
Manisha Manjari
जीवनामृत
जीवनामृत
Shyam Sundar Subramanian
जो जी में आए कहें, बोलें बोल कुबोल।
जो जी में आए कहें, बोलें बोल कुबोल।
डॉ.सीमा अग्रवाल
लोरी (Lullaby)
लोरी (Lullaby)
Shekhar Chandra Mitra
मुफलिसों को जो भी हॅंसा पाया।
मुफलिसों को जो भी हॅंसा पाया।
सत्य कुमार प्रेमी
कौन यहाँ खुश रहता सबकी एक कहानी।
कौन यहाँ खुश रहता सबकी एक कहानी।
Mahendra Narayan
हाँ मैं व्यस्त हूँ
हाँ मैं व्यस्त हूँ
Dinesh Gupta
मुझे तरक्की की तरफ मुड़ने दो,
मुझे तरक्की की तरफ मुड़ने दो,
Satish Srijan
■ आंख खोलो अभियान
■ आंख खोलो अभियान
*Author प्रणय प्रभात*
पटेबाज़
पटेबाज़
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
माना के वो वहम था,
माना के वो वहम था,
लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
*सूनी माँग* पार्ट-1 - कहानी लेखक: राधाकिसन मूंधड़ा, सूरत, गुजरात।
*सूनी माँग* पार्ट-1 - कहानी लेखक: राधाकिसन मूंधड़ा, सूरत, गुजरात।
Radhakishan Mundhra
💐प्रेम कौतुक-367💐
💐प्रेम कौतुक-367💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मोर
मोर
Manu Vashistha
तेरे दिल में मेरे लिए जगह खाली है क्या,
तेरे दिल में मेरे लिए जगह खाली है क्या,
Vishal babu (vishu)
प्रेम में डूब जाने वाले,
प्रेम में डूब जाने वाले,
Buddha Prakash
ज़रूरी था
ज़रूरी था
Shivkumar Bilagrami
*मुस्कुराने का यहाँ,हर एक को अधिकार है (हिंदी गजल/ गीतिका)*
*मुस्कुराने का यहाँ,हर एक को अधिकार है (हिंदी गजल/ गीतिका)*
Ravi Prakash
Us jamane se iss jamane tak ka safar ham taye karte rhe
Us jamane se iss jamane tak ka safar ham taye karte rhe
Sakshi Tripathi
इसलिए कुछ कह नहीं सका मैं उससे
इसलिए कुछ कह नहीं सका मैं उससे
gurudeenverma198
“सबसे प्यारी मेरी कविता”
“सबसे प्यारी मेरी कविता”
DrLakshman Jha Parimal
संत रविदास
संत रविदास
मनोज कर्ण
Loading...