मातृ दिवस पर कुछ पंक्तियां
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सन्नाटा छा गया बटवारे के किस्से में ।
माँ ने पूछा,मै आई किसके हिस्से में ?
कहते है सभी लोग आज माँ का दिन है ।
मै कहता हूँ,कौन सा दिन माँ के बिन है।।
एक अच्छी माँ होती है सभी के पास ।
होती नहीं अच्छी औलाद सभी के पास ।।
माँ तो एक सबसे बड़ी नियामत हे ।
बाकी सबतो आफत व कयामत है ।।
माँ पेट भर सकती है अपने पाँच बच्चो का ।
पर पाँच बच्चे पेट नहीं भर सकते एक माँ का ।।
देखो !ये कैसा अजीब घर में बटवारा हो गया ।
माँ छोटे के,बाँप बड़े भाई के हिस्से में आ गया ।।
जो कभी न हुए जिन्दगी में, एक दूजे से जुदा ।
आज भाईयो के बटवारे ने कर दिया उनको जुदा ।।
आर के रस्तोगी गुरुग्राम