मसरुफियत में आती है बे-हद याद तुम्हारी
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/dbab53784c057479cad7e34bf01644f0_d3990527ecf93212b36c7f322fb4760d_600.jpg)
मसरुफियत में आती है बे-हद याद तुम्हारी
और फिर फुर्सत मे तुम्हारी याद से फुर्सत नही मिलती…
विशाल बाबू ✍️✍️✍️
मसरुफियत में आती है बे-हद याद तुम्हारी
और फिर फुर्सत मे तुम्हारी याद से फुर्सत नही मिलती…
विशाल बाबू ✍️✍️✍️