Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
7 Feb 2017 · 1 min read

बाप की नीचता

संसार का नियम है, की परिवर्तन होना जरूरी है, पर आजकल जो घटना घटित हो रही हैं, उस ने हर परिवर्तन को झकझोर दिया है, एक बाप का बेटी के प्रति जो सम्मान होना चाहिए, जिस को इतने नाजों के साथ पाला पोसा जाता है, और कितने ही अरमान एक बाप के दिल के अंदर होते है, कि मेरी बेटी बड़ी होकर मेरा नाम रोशन करेगी, और शादी होने के बाद मेरे घर का नाम भी रोशन करेगी.न जाने क्या क्या सोचता है इंसान…पर आज कल की जो घटना हुई उस ने बाप नाम के शब्द को कलंकित कर दिया , सारी मरियादाओं का हनन कर के रख दिया, क्या इतनी घिनोनी सोच भी हो सकती है एक बाप की..आज तक दुनिया में बलात्कार की घटनाये जिस प्रकार बढ़ रही हैं,.बस इस घटना ने उन सब को इतना पीछे छोड़ दिया है, कि वो सब बेकार लगने लग गयी हैं..जिस बाप ने यह काम किया है,..अगर वो मेरे इन शब्दों को पढ़ ले तो जल्दी जाकर किसी ट्रेन के नीचे अपना सर रख कर अपने को खत्म कर ले..अन्यथा जहाँ कहीं भी वो नजर आएगा…शायद बचना मुश्किल होगा उस का…

मैं कड़े शब्दों में इस करतूत की घोर निंदा करता हूँ…

अजीत कुमार तलवार
मेरठ

Language: Hindi
Tag: लेख
193 Views

Books from गायक और लेखक अजीत कुमार तलवार

You may also like:
जगत का जंजाल-संसृति
जगत का जंजाल-संसृति
Shivraj Anand
श्रृंगारपरक दोहे
श्रृंगारपरक दोहे
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
■ जीवन दर्शन...
■ जीवन दर्शन...
*Author प्रणय प्रभात*
"वृद्धाश्रम" कहानी लेखक: राधाकिसन मूंधड़ा, सूरत, गुजरात।
radhakishan Mundhra
*फेसबुक-बीमारी(बाल कविता)*
*फेसबुक-बीमारी(बाल कविता)*
Ravi Prakash
“ बुजुर्ग और कंप्युटर ”
“ बुजुर्ग और कंप्युटर ”
DrLakshman Jha Parimal
हट जा हट जा भाल से रेखा
हट जा हट जा भाल से रेखा
सूर्यकांत द्विवेदी
"कलयुग का मानस"
Dr Meenu Poonia
सौंदर्य
सौंदर्य
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
बिटिया दिवस
बिटिया दिवस
Ram Krishan Rastogi
दर्द कितने समेटे हैं
दर्द कितने समेटे हैं
Dr fauzia Naseem shad
हम बिहार छी।
हम बिहार छी।
Acharya Rama Nand Mandal
बेटियों तुम्हें करना होगा प्रश्न
बेटियों तुम्हें करना होगा प्रश्न
rkchaudhary2012
खुशबू बनके हर दिशा बिखर जाना है
खुशबू बनके हर दिशा बिखर जाना है
VINOD KUMAR CHAUHAN
एक फूल की हत्या
एक फूल की हत्या
Minal Aggarwal
बावरी बातें
बावरी बातें
Rashmi Sanjay
सागर में अनगिनत प्यार की छटाएं है
सागर में अनगिनत प्यार की छटाएं है
'अशांत' शेखर
बढ़ने वाला बढ़ रहा, तू यूं ही सोता रह...
बढ़ने वाला बढ़ रहा, तू यूं ही सोता रह...
AMRESH KUMAR VERMA
वक्त रहते सम्हल जाओ ।
वक्त रहते सम्हल जाओ ।
Nishant prakhar
थैला
थैला
Satish Srijan
*आधुनिक सॉनेट का अनुपम संग्रह है ‘एक समंदर गहरा भीतर’*
*आधुनिक सॉनेट का अनुपम संग्रह है ‘एक समंदर गहरा भीतर’*
बिमल तिवारी आत्मबोध
शायद ऐसा भ्रम हो
शायद ऐसा भ्रम हो
Rohit yadav
नहीं हूँ मैं किसी भी नाराज़
नहीं हूँ मैं किसी भी नाराज़
ruby kumari
जीवन हमारा रैन बसेरा
जीवन हमारा रैन बसेरा
मनमोहन लाल गुप्ता 'अंजुम'
बहकी बहकी बातें करना
बहकी बहकी बातें करना
Surinder blackpen
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता...
umesh mehra
जान लो पहचान लो
जान लो पहचान लो
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
करीबे दिल लगते हो।
करीबे दिल लगते हो।
Taj Mohammad
आस पड़ोस का सब जानता है..
आस पड़ोस का सब जानता है..
कवि दीपक बवेजा
💐अज्ञात के प्रति-107💐
💐अज्ञात के प्रति-107💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...