पीकर भंग जालिम खाई के पान,
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पीकर भंग जालिम खाई के पान,
लेकर आयो जे रंग अबीर गुलाल,
तन-मन रंगा रंग गया अंग-अंग,
जोरा जोरि करके कर गया तंग,
जंग पे जंग कराये गयो रे बालम सांवरिया !
ऐसे रंग लगाए गयो रे, मोहे बालम सांवरिया,
अरे होली में हुड़दंग मचाये गयो रे सांवरिया !!
@DK Nivatiya