Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
1 May 2022 · 1 min read

पिता का साया हूँ

मै तो इस धरा पर माँ पिता से आया हूँ
हाँ जी मै हूबहू अपने पिता का साया हूँ

उम्मीद ,सपने ना टूटने देते ऐसे होते पिता
इसलिए मै पिता को ही, ईश्वर बनाया हूँ

दुनियादारी की बातों से, अवगत कराया
तब जाकर, लोगो को मै, समझ पाया हूँ

नज़रों से नजरे मिलाके, चलना सिखाते
इसलिए ईश,गुरु,सखा आपको बनाया हूँ

कालचक्र से ख़ुशी गयी तो दुःख आयेगा
पिता के साये में चल ख़ुशी से लहराया हूँ

हौसले बुलंद कर अग्र बढ़ने की प्रेरणा दे
मेरे पिता को अपनी कविता में दर्शाया हूँ

कड़ी परिश्रम करते देखा अपने पिता को
अब सुकूँ के दो पल देकर थोड़ा हर्षाया हूँ

जोड़ रखे है दोनों के नामो को कविता में
प्रेमयाद कुमार नवीन न्या नाम बनाया हूँ

औरो का नहीं पता हमे, हम अपने पिता
को इस कविता में पूरा हूबहू दर्शाया हूँ

स्वरचित/
©® प्रेमयाद कुमार नवीन
जिला – महासमुन्द (छःग)

11 Likes · 18 Comments · 974 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
✍️फिर वही आ गये...
✍️फिर वही आ गये...
'अशांत' शेखर
दुआ के हाथ
दुआ के हाथ
Shekhar Chandra Mitra
💐प्रेम कौतुक-422💐
💐प्रेम कौतुक-422💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चौपाई छंद में मान्य 16 मात्रा वाले दस छंद {सूक्ष्म अंतर से
चौपाई छंद में मान्य 16 मात्रा वाले दस छंद {सूक्ष्म अंतर से
Subhash Singhai
राह हूं या राही हूं या मंजिल हूं राहों की
राह हूं या राही हूं या मंजिल हूं राहों की
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
अब समन्दर को सुखाना चाहते हैं लोग
अब समन्दर को सुखाना चाहते हैं लोग
Shivkumar Bilagrami
गीतिका
गीतिका
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
दिल के टुकड़े
दिल के टुकड़े
Surinder blackpen
👍 काहे का दर्प...?
👍 काहे का दर्प...?
*Author प्रणय प्रभात*
मंगल दीप जलाओ रे
मंगल दीप जलाओ रे
नेताम आर सी
अशोक महान
अशोक महान
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
विचारमंच भाग -5
विचारमंच भाग -5
Rohit Kaushik
होली
होली
Manu Vashistha
मेरे गीत जामाना गायेगा
मेरे गीत जामाना गायेगा
Satish Srijan
*कभी हो जीत जाती है,कभी हो हार जाती है (मुक्तक)*
*कभी हो जीत जाती है,कभी हो हार जाती है (मुक्तक)*
Ravi Prakash
मियाद
मियाद
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
गीत
गीत
Shiva Awasthi
हे राघव अभिनन्दन है
हे राघव अभिनन्दन है
पंकज पाण्डेय सावर्ण्य
मेरे सिवा कौन इतना, चाहेगा तुमको
मेरे सिवा कौन इतना, चाहेगा तुमको
gurudeenverma198
कौन हूँ
कौन हूँ
Kavita Chouhan
कल तक थे वो पत्थर।
कल तक थे वो पत्थर।
Taj Mohammad
"बच्चों की दुनिया"
Dr Meenu Poonia
पेड़ नहीं, बुराइयां जलाएं
पेड़ नहीं, बुराइयां जलाएं
अरशद रसूल /Arshad Rasool
बार बार दिल तोड़ा तुमने , फिर भी है अपनाया हमने
बार बार दिल तोड़ा तुमने , फिर भी है अपनाया हमने
Dr Archana Gupta
" जब तुम्हें प्रेम हो जाएगा "
Aarti sirsat
"BETTER COMPANY"
DrLakshman Jha Parimal
दिल से जुड़े रिश्ते
दिल से जुड़े रिश्ते
ruby kumari
ईमानदारी, दृढ़ इच्छाशक्ति
ईमानदारी, दृढ़ इच्छाशक्ति
Rashmi Mishra
जागृति और संकल्प , जीवन के रूपांतरण का आधार
जागृति और संकल्प , जीवन के रूपांतरण का आधार
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
हर कोई जिंदगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है
हर कोई जिंदगी में अब्बल होने की होड़ में भाग रहा है
कवि दीपक बवेजा
Loading...