पाती
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पाती कोई जब लिखता है।
पृष्ठों पर प्रेम उतरता है।
सुधियों में खोया रहता मन,
श्वासों का बाग महकता है।।
✍️🌹डॉ .रागिनी शर्मा,इन्दौर
पाती कोई जब लिखता है।
पृष्ठों पर प्रेम उतरता है।
सुधियों में खोया रहता मन,
श्वासों का बाग महकता है।।
✍️🌹डॉ .रागिनी शर्मा,इन्दौर