पहला प्यार
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पहला प्यार
दुनिया में कुछ भी नहीं है
पहले प्यार जैसा
यदि कुछ है तो
वह है दूसरा प्यार।
दूसरे प्यार की तरह
केवल एक चीज़ है इस संसार में
वह है—
यदि मौक़ा मिले तो तीसरा प्यार।
इतना जान गए तो
सब कुछ जान लिया
दार्शनिक बन जाओगे
मुक्ति मिल जाएगी।