Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
4 Oct 2022 · 1 min read

परिणय के बंधन से

प्राण प्रिये बँध जाएँ आओ
हम परिणय के बंधन में ।
जीवन की समरसता भर लूँ
आओ प्रिय आलिंगन में ।।

दूर गगन है रात अँधेरी
खाली मन का कोना है ।
अवसर दे दो अभिनंदन का
प्रीति दृगों में बोना है ।।

छवि मधुरिम मेरी चाहत की
देख सको जो कंगन में ।
प्राण प्रिये बँध जाएँ आओ
हम परिणय के बंधन में ।।

हृदय काव्य की शुचि कविता तुम
पढ़ लूँ अब अक्षर-अक्षर ।
वर्ण छंद लय की गरिमा से
भर दूँ तन की रस गागर ।।

तुम बन कर कोकिला सुरीली
भर जाओ स्वर व्यंजन में ।
प्राण प्रिये बँध जाएँ आओ
हम परिणय के बंधन में ।।

छू कर अधर-अधर से सजनी
पुष्प खिला दूँ तन -मन में
चाह कली की रस उमंग में
अर्पण कर दूँ जीवन में ।।

तुम्हें चूम कर मैं नयनों से
हृदय भंँवर के गुंजन में ।
प्राण प्रिये बँध जाएँ आओ
हम परिणय के बंधन में ।।

डा. सुनीता सिंह ‘सुधा’
3/10/2022
वाराणसी

Language: Hindi
1 Like · 1 Comment · 75 Views

Books from Dr. Sunita Singh

You may also like:
शुकराना
शुकराना
Shivkumar Bilagrami
बेटी दिवस की बधाई
बेटी दिवस की बधाई
बिमल तिवारी “आत्मबोध”
आईना अब भी मुझसे
आईना अब भी मुझसे
Satish Srijan
💐अज्ञात के प्रति-7💐
💐अज्ञात के प्रति-7💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
मांग रहा हूँ जिनसे उत्तर...
मांग रहा हूँ जिनसे उत्तर...
Dr. Rajendra Singh 'Rahi'
अल्फ़ाज
अल्फ़ाज
निकेश कुमार ठाकुर
..सुप्रभात
..सुप्रभात
आर.एस. 'प्रीतम'
व्यवस्था परिवर्तन
व्यवस्था परिवर्तन
Shekhar Chandra Mitra
वर्णमाला हिंदी grammer by abhijeet kumar मंडल(saifganj539 (
वर्णमाला हिंदी grammer by abhijeet kumar मंडल(saifganj539 (
Abhijeet kumar mandal (saifganj)
***
*** " पापा जी उन्हें भी कुछ समझाओ न...! "...
VEDANTA PATEL
परिचय
परिचय
Pakhi Jain
कमबख़्त 'इश़्क
कमबख़्त 'इश़्क
Shyam Sundar Subramanian
गोवर्धन की आरती (भक्ति-गीत)
गोवर्धन की आरती (भक्ति-गीत)
Ravi Prakash
होली है!
होली है!
Dr. Shailendra Kumar Gupta
मैं तेरे अहसानों से ऊबर भी  जाऊ
मैं तेरे अहसानों से ऊबर भी जाऊ
Swami Ganganiya
मेरा यार आसमां के चांद की तरह है,
मेरा यार आसमां के चांद की तरह है,
Dushyant kumar Patel
मुस्कुराहट
मुस्कुराहट
SZUBAIR KHAN KHAN
साधु न भूखा जाय
साधु न भूखा जाय
श्री रमण 'श्रीपद्'
Siksha ke vikas ke satat prayash me khud ka yogdan de ,
Siksha ke vikas ke satat prayash me khud ka yogdan...
Sakshi Tripathi
सोते में भी मुस्कुरा देते है हम
सोते में भी मुस्कुरा देते है हम
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
नींद पर जब
नींद पर जब
Dr fauzia Naseem shad
ऐ चाँद
ऐ चाँद
Saraswati Bajpai
HAPPY BIRTHDAY PRAMOD TRIPATHI SIR
HAPPY BIRTHDAY PRAMOD TRIPATHI SIR
★ IPS KAMAL THAKUR ★
Raat gai..
Raat gai..
Vandana maurya
मैं समझता हूँ तुमको अपना
मैं समझता हूँ तुमको अपना
gurudeenverma198
आँसू
आँसू
Dr. Kishan tandon kranti
जब से देखी है हमने उसकी वीरान सी आंखें.......
जब से देखी है हमने उसकी वीरान सी आंखें.......
कवि दीपक बवेजा
शेर
शेर
Rajiv Vishal
ये हवाएँ
ये हवाएँ
VINOD KUMAR CHAUHAN
बेवफा अपनों के लिए/Bewfa apno ke liye
बेवफा अपनों के लिए/Bewfa apno ke liye
Shivraj Anand
Loading...