अधि वर्ष
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/23026a8c7ae35e8fe47aa2606597dfb1_cb87bb82270b72d250384a641169e7e9_600.jpg)
नियम बनाना और तोडना तो मनुष्य करता है,
प्रकृति निरंतर है क्योंकि वह अपने नियम पर चलती है।
अधिवर्ष उनमें से ही एक है।
✍️ लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा
नियम बनाना और तोडना तो मनुष्य करता है,
प्रकृति निरंतर है क्योंकि वह अपने नियम पर चलती है।
अधिवर्ष उनमें से ही एक है।
✍️ लक्ष्मी वर्मा प्रतीक्षा