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9 Oct 2022 · 1 min read

#नाव

(१)
नाव छय दू
जलाशय एकैटा
दिशा फरक !
(२)
कागजी नाव
खेबैया छय आन
तईंयो शान !
(३)
नदिक घाट
दू नाव कातेकाते
खेलैछ पाट !
(४)
नाव हिलैछ
दू दिशि टांग छय
डुबै डरछै !
#दिनेश_यादव (कलंकी निवास, २३ असोज०७९,कोजग्रा)

Language: Maithili
1 Like · 143 Views
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