Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Jan 2023 · 1 min read

नारी

नारी की जो गोद है, ममता का ही रूप।
माँ की ममता के लिए, महिला का प्रारूप।
महिला का प्रारूप, ऋचा की अद्भुत रचना।
शोभित मोहित भाव , मातु अद्भुत संरचना।
कहें प्रेम कविराय, नार ममता की मारी।
रखें सदा यह भाव, रहे रक्षित अब नारी।

डा.प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम

49 Views

Books from डॉ प्रवीण कुमार श्रीवास्तव, प्रेम

You may also like:
प्रेम समर्पण की अनुपम पराकाष्ठा है।
प्रेम समर्पण की अनुपम पराकाष्ठा है।
सुनील कुमार
-पहले आत्मसम्मान फिर सबका सम्मान
-पहले आत्मसम्मान फिर सबका सम्मान
Seema gupta,Alwar
***
*** " नदी तट पर मैं आवारा..!!! " ***
VEDANTA PATEL
त्याग
त्याग
मनोज कर्ण
ज़िंदगी ख़्वाब तो नहीं होती
ज़िंदगी ख़्वाब तो नहीं होती
Dr fauzia Naseem shad
प्रकृति प्रेमी
प्रकृति प्रेमी
Ankita Patel
बच्चों सम्भल लो तुम
बच्चों सम्भल लो तुम
gurudeenverma198
वसुधैव कुटुंबकम् की रीत
वसुधैव कुटुंबकम् की रीत
अनूप अम्बर
"दर्द की महक"
Dr. Kishan tandon kranti
मस्ती का त्यौहार है,  खिली बसंत बहार
मस्ती का त्यौहार है, खिली बसंत बहार
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
असली नशा
असली नशा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
दार्जलिंग का एक गाँव सुकना
दार्जलिंग का एक गाँव सुकना
Satish Srijan
*कर-कमल (व्यंग्य)*
*कर-कमल (व्यंग्य)*
Ravi Prakash
तुम बूंद बंदू बरसना
तुम बूंद बंदू बरसना
Saraswati Bajpai
गज़ल सुलेमानी
गज़ल सुलेमानी
DR ARUN KUMAR SHASTRI
🌿⚘️प्राचीन  मंदिर (मड़) ककरुआ⚘️🌿
🌿⚘️प्राचीन मंदिर (मड़) ककरुआ⚘️🌿
Ankit Halke jha
देखा है जब से तुमको
देखा है जब से तुमको
Ram Krishan Rastogi
हमको किस के सहारे छोड़ गए।
हमको किस के सहारे छोड़ गए।
Taj Mohammad
कच्ची उम्र के बच्चों तुम इश्क में मत पड़ना
कच्ची उम्र के बच्चों तुम इश्क में मत पड़ना
कवि दीपक बवेजा
गुल्लक
गुल्लक
Buddha Prakash
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
डॉ० रामबली मिश्र हरिहरपुरी का
डॉ० रामबली मिश्र हरिहरपुरी का
Rambali Mishra
ज़िंदा घर
ज़िंदा घर
दशरथ रांकावत 'शक्ति'
देखिए भी प्यार का अंजाम मेरे शहर में।
देखिए भी प्यार का अंजाम मेरे शहर में।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
बदलना भी जरूरी है
बदलना भी जरूरी है
Surinder blackpen
"जान-बूझकर
*Author प्रणय प्रभात*
बाँकी अछि हमर दूधक कर्ज / मातृभाषा दिवश पर हमर एक गाेट कविता
बाँकी अछि हमर दूधक कर्ज / मातृभाषा दिवश पर हमर...
Binit Thakur (विनीत ठाकुर)
फिर से सतयुग भू पर लाओ
फिर से सतयुग भू पर लाओ
AJAY AMITABH SUMAN
एक साहसी पत्रकार
एक साहसी पत्रकार
Shekhar Chandra Mitra
💐प्रेम कौतुक-348💐
💐प्रेम कौतुक-348💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
Loading...