नाचे सितारे

रात की धुन पर नाचे सितारे।
साथ नाचे मेरे अरमां कुंवारे।
अल्हड़ उम्र में इश्क जो हुआ
न देखा ,न सोचा हो गये तुम्हारे।
क्या जाने क्या रंग दिखाये ये
अब बने बैठे हैं हम बेचारे।
चाहने वाले निभा भी सकते हैं
बात ये कैसे हल्क से उतारे।
बेचैन भटकते हैं हम दर ब दर
अरमां हुए हैं घायल हमारे ।
सुरिंदर कौर