Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
18 Aug 2016 · 1 min read

नमन है तुझको हिन्दुस्तान

कविता-

” नमन है तुझको हिन्दुस्तान ”
—-

नव प्रभात की स्वर्णिम किरणें ,
करती नित्य श्रंगार ।
ऊंचे-ऊंचे पर्वत सुंदर,
बने मेखलाकार ।
झर-झर करते निर्मल झरने ,
देते पांव पखार ।
गंगा यमुना का अमृत जल,
करे नित्य यश गान ।
नमन है तुझको हिन्दुस्तान…..।
ब्रह्मपुत्र ,कावेरी ,सरिता ,
कल-कल बहती जाती ।
बढ़े चलो तुम मंजिल पथ पर ,
पल-पल कहती जाती ।
देश प्रेम की अमर कथाएँ ,
नया जोश भर देतीं ।
यही ऊर्जा स्फूर्ति ही ,
दुश्मन को हर लेती ।
मंदिर मस्जिद गुरुद्वारों से ,
सदा गूंजते ज्ञान ।
नमन है तुझको हिन्दुस्तान…..।
लेकिन अब अफसोस हो रहा ,
वर्तमान परिदृश्यों पर ,
शर्मनाक जो घटित हो रहे ।
हालातों और दृश्यों पर ।
जन गण मन है त्रसित आजकल ,
देख नित्य हालातों को ।
भ्रष्ट और लाचार व्यवस्था ,
होते निस दिन घातों को ।
जिसके सर पर भार देश का ,
वो बस करते है आराम ।
नमन है तुझको हिन्दुस्तान…..।

– © प्रियांशु कुशवाहा,
शासकीय महाविद्यालय,
सतना ।
मो.9981153574

Language: Hindi
Tag: कविता
2 Comments · 425 Views
You may also like:
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
आखिर में मर जायेंगे सब लोग अपनी अपनी मौत,
ब्रजनंदन कुमार 'विमल'
सबतै बढिया खेलणा
सबतै बढिया खेलणा
विनोद सिल्ला
■ एक कटाक्ष
■ एक कटाक्ष
*Author प्रणय प्रभात*
ज़िंदादिली
ज़िंदादिली
Dr.S.P. Gautam
✍️क्रांतिउर्जा के क्रांतिसूर्य
✍️क्रांतिउर्जा के क्रांतिसूर्य
'अशांत' शेखर
रहना सम्भलकर यारों
रहना सम्भलकर यारों
gurudeenverma198
हम आम से खास हुए हैं।
हम आम से खास हुए हैं।
Taj Mohammad
একটি চিঠির খসড়া
একটি চিঠির খসড়া
Sakhawat Jisan
नींद खो दी
नींद खो दी
Dr fauzia Naseem shad
गौतम बुद्ध रूप में इंसान ।
गौतम बुद्ध रूप में इंसान ।
Buddha Prakash
चंद दोहे....
चंद दोहे....
डॉ.सीमा अग्रवाल
बेबाक
बेबाक
Satish Srijan
श्री महेंद्र प्रसाद गुप्त जी (हिंदी गजल/गीतिका)
श्री महेंद्र प्रसाद गुप्त जी (हिंदी गजल/गीतिका)
Ravi Prakash
प्रीति के दोहे, भाग-3
प्रीति के दोहे, भाग-3
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
उड़े  हैं  रंग  फागुन के  हुआ रंगीन  है जीवन
उड़े हैं रंग फागुन के हुआ रंगीन है जीवन
Dr Archana Gupta
💐प्रेम कौतुक-350💐
💐प्रेम कौतुक-350💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
81 -दोहे (महात्मा गांधी)
81 -दोहे (महात्मा गांधी)
Rambali Mishra
“ प्रिय ! तुम पास आओ ”
“ प्रिय ! तुम पास आओ ”
DrLakshman Jha Parimal
✍️खंज़र चलाते है ✍️
✍️खंज़र चलाते है ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
तपस्या और प्रेम की साकार प्रतिमा है 'नारी'
तपस्या और प्रेम की साकार प्रतिमा है 'नारी'
पंकज कुमार शर्मा 'प्रखर'
रोजी रोटी के क्या दाने
रोजी रोटी के क्या दाने
AJAY AMITABH SUMAN
मैं फिर आऊँगा
मैं फिर आऊँगा
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
'फौजी होना आसान नहीं होता
'फौजी होना आसान नहीं होता"
Lohit Tamta
Tu itna majbur kyu h , gairo me mashur kyu h
Tu itna majbur kyu h , gairo me mashur kyu...
Sakshi Tripathi
# शुभ - संध्या .......
# शुभ - संध्या .......
Chinta netam " मन "
"बीमारी न छुपाओ"
Dushyant Kumar
आह जो लब से निकलती....
आह जो लब से निकलती....
अश्क चिरैयाकोटी
हिंदी माता की आराधना
हिंदी माता की आराधना
ओनिका सेतिया 'अनु '
"मैं मोहब्बत हूँ"
Dr. Kishan tandon kranti
सुबह सुहानी आपकी, बने शाम रंगीन।
सुबह सुहानी आपकी, बने शाम रंगीन।
आर.एस. 'प्रीतम'
Loading...