दोस्ती
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सच तो यही है।
हम समझते कहां है।
बस जहां में शक करते हैं।
जो दोस्ती में विश्वास करते हैं।
सही राह पर कामयाब होते हैं।
क्योंकि दोस्ती ही एक रिश्ता है।
जहां मन भाव और सच बसता है।
बस एहसास और एतबार पर दोस्त चलता है।
हां सच, आज दोस्तों दोस्ती का सच रहता है।
नीरज