Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Nov 2022 · 1 min read

दोगले मित्र

दोगलों के जैसे पवित्र हो,
हमसे कहते हो, हमारे मित्र हो ॥
दिखाने को रखते हो कोमल हृदय,
वैसे तो त्रिया चरित्र हो ।
बिन बोले पाल्हा बदल लिए,
लगता है नेताओं के मित्र हो ॥
फंसा हूँ मरूंगा पर नहीं दोस्त,
मैं बचूँ या फँसू तुम सचरित्र हो ।
तुम फफूंदियाँ कितने ही लगाओ मेरे ऊपर,
मैं तो हर बार कहूँगा तुम इत्र हो, तुम इत्र हो..!

©®अमरेश मिश्र

4 Likes · 3 Comments · 112 Views

Books from अमरेश मिश्र 'सरल'

You may also like:
साजिशों की छाँव में...
साजिशों की छाँव में...
मनोज कर्ण
वर्तमान भी छूट रहा
वर्तमान भी छूट रहा
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
जिसका प्रथम कर्तव्य है जनसेवा नाम है भुनेश्वर सिन्हा,युवा प्रेरणा स्त्रोत भुनेश्वर सिन्हा
जिसका प्रथम कर्तव्य है जनसेवा नाम है भुनेश्वर सिन्हा,युवा प्रेरणा...
Bramhastra sahityapedia
अगर फैसला मैं यह कर लूं
अगर फैसला मैं यह कर लूं
gurudeenverma198
मैं अचानक चुप हो जाती हूँ
मैं अचानक चुप हो जाती हूँ
ruby kumari
कुदरत से हम सीख रहे हैं, कैसा हमको बनना
कुदरत से हम सीख रहे हैं, कैसा हमको बनना
Dr Archana Gupta
अविश्वास की बेड़ियां
अविश्वास की बेड़ियां
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
*मुस्कराकर डग को भरता हूँ (हिंदी गजल/गीतिका)*
*मुस्कराकर डग को भरता हूँ (हिंदी गजल/गीतिका)*
Ravi Prakash
हाँ मैं नारी हूँ
हाँ मैं नारी हूँ
Surya Barman
■ यादों का झरोखा...
■ यादों का झरोखा...
*Author प्रणय प्रभात*
पापा
पापा
Satish Srijan
लाखों सवाल करता वो मौन।
लाखों सवाल करता वो मौन।
Manisha Manjari
अरबों रुपए के पटाखे
अरबों रुपए के पटाखे
Shekhar Chandra Mitra
करवा चौथ
करवा चौथ
VINOD KUMAR CHAUHAN
कह दूँ बात तो मुश्किल
कह दूँ बात तो मुश्किल
Dr. Sunita Singh
सद् गणतंत्र सु दिवस मनाएं
सद् गणतंत्र सु दिवस मनाएं
Pt. Brajesh Kumar Nayak
खबर हादसे की
खबर हादसे की
AJAY AMITABH SUMAN
ग़ज़ल
ग़ज़ल
Jitendra Kumar Noor
बाहों में आसमान
बाहों में आसमान
Surinder blackpen
सुप्रभात
सुप्रभात
Seema Verma
हिन्दी दिवस
हिन्दी दिवस
Aditya Prakash
प्रकृति सुनाये चीखकर, विपदाओं के गीत
प्रकृति सुनाये चीखकर, विपदाओं के गीत
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ज़िंदगी को पता नहीं होगा
ज़िंदगी को पता नहीं होगा
Dr fauzia Naseem shad
बदला सा......
बदला सा......
Kavita Chouhan
वो एक तवायफ थी।
वो एक तवायफ थी।
Taj Mohammad
रंग मे रंगोली मे गीत मे बोली
रंग मे रंगोली मे गीत मे बोली
Vindhya Prakash Mishra
The Earth Moves
The Earth Moves
Buddha Prakash
# महुआ के फूल ......
# महुआ के फूल ......
Chinta netam " मन "
कुफ्र ओ शिर्क जलजलों का वबाल आएगा।
कुफ्र ओ शिर्क जलजलों का वबाल आएगा।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
कुनमुनी नींदे!!
कुनमुनी नींदे!!
Dr. Nisha Mathur
Loading...