Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
26 Dec 2022 · 1 min read

दिल की दवा चाहिए

दिल के मरीज़ को
अब दवा चाहिए
अब कुछ और नहीं
तेरा प्यार चाहिए

याद करके तुझे
बढ़ रहा है ये मर्ज़ तो
तेरी इक नज़र का
मुझे अब जाम चाहिए

तस्वीर से भी अब
बात बनेगी नहीं
इस दिल को अब
तेरा दीदार चाहिए

जानता हूं मुश्किल है
तुम्हारे लिए भी
लेकिन रहने को अब
तेरा दिल चाहिए

तड़प रहा हूं अकेले ही मैं
अब तेरा सहारा चाहिए
चलने के लिए इस राह पर
तेरे प्यार के पांव चाहिए

छोड़ दो यूं तड़पाना
यूं बिजलियां गिराना
अब तेरी जुल्फों की
ठंडी छांव चाहिए

जी पाऊंगा मैं भी
कुछ सांसें उधार चाहिए
कुछ और नहीं अब
मुझे तेरा प्यार चाहिए

न बन जाए मेरा दर्द
कहीं लाइलाज अब
तेरे प्यार के मरहम से
अब इलाज चाहिए

ज़ख्म नासूर न बन जाए
इतनी दुआ चाहिए
रहे तेरे दिल के करीब हमेशा
हमें बस यही चाहिए

हो गया इंतज़ार बहुत अब
रह गई हैं सांसें भी अब कम
जी सकूं संग तेरे भी कुछ पल
चंद सांसों की मोहलत चाहिए।

Language: Hindi
10 Likes · 2 Comments · 731 Views

Books from सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'

You may also like:
आँखों में आँसू क्यों
आँखों में आँसू क्यों
VINOD KUMAR CHAUHAN
किंकर्तव्यविमुढ़
किंकर्तव्यविमुढ़
पूनम झा 'प्रथमा'
परमूल्यांकन की न हो
परमूल्यांकन की न हो
Dr fauzia Naseem shad
संघर्ष बिना कुछ नहीं मिलता
संघर्ष बिना कुछ नहीं मिलता
Shriyansh Gupta
प्रकृति से हम क्या सीखें?
प्रकृति से हम क्या सीखें?
Rohit Kaushik
Trust
Trust
Manisha Manjari
भक्ता (#लोकमैथिली_हाइकु)
भक्ता (#लोकमैथिली_हाइकु)
Dinesh Yadav (दिनेश यादव)
ਤਰੀਕੇ ਹੋਰ ਵੀ ਨੇ
ਤਰੀਕੇ ਹੋਰ ਵੀ ਨੇ
Surinder blackpen
हम कलियुग के प्राणी हैं/Ham kaliyug ke prani Hain
हम कलियुग के प्राणी हैं/Ham kaliyug ke prani Hain
Shivraj Anand
बड़े हो गए नहीं है शिशुपन,
बड़े हो गए नहीं है शिशुपन,
Satish Srijan
★ ACTION BOLLYWOOD MUSIC ★
★ ACTION BOLLYWOOD MUSIC ★
★ IPS KAMAL THAKUR ★
समय की गांठें
समय की गांठें
Shekhar Chandra Mitra
रामचरितमानस (मुक्तक)
रामचरितमानस (मुक्तक)
नीरज कुमार ' सरल'
पिता की अस्थिया
पिता की अस्थिया
Umender kumar
✍️हर इँसा समता का हकदार है
✍️हर इँसा समता का हकदार है
'अशांत' शेखर
I want to find you in my depth,
I want to find you in my depth,
Sakshi Tripathi
दिल मुसलसल आज भी तुमको याद करता है।
दिल मुसलसल आज भी तुमको याद करता है।
Taj Mohammad
💐अज्ञात के प्रति-99💐
💐अज्ञात के प्रति-99💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
लैपटॉप सी ज़िंदगी
लैपटॉप सी ज़िंदगी
सूर्यकांत द्विवेदी
"रफ-कॉपी"
Dr. Kishan tandon kranti
कुछ सवाल
कुछ सवाल
manu sweta sweta
क्या ज़रूरत थी
क्या ज़रूरत थी
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
माता पिता
माता पिता
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
मैं तुझमें तू मुझमें
मैं तुझमें तू मुझमें
Varun Singh Gautam
*बड़ा नेता,बड़ा हार  (हास्य व्यंग्य)*
*बड़ा नेता,बड़ा हार (हास्य व्यंग्य)*
Ravi Prakash
मेरे दिल की धड़कनों को बढ़ाते हो किस लिए।
मेरे दिल की धड़कनों को बढ़ाते हो किस लिए।
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
गीत
गीत
Shiva Awasthi
रोज मरते हैं
रोज मरते हैं
Dr. Reetesh Kumar Khare डॉ रीतेश कुमार खरे
हायकू
हायकू
Ajay Chakwate *अजेय*
■ ठीक नहीं आसार
■ ठीक नहीं आसार
*Author प्रणय प्रभात*
Loading...