Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Nov 2022 · 1 min read

दिल का तुमको

दिल का तुमको सुकून मिल जाता ।
इश्क़ ख़ामोशियों से कर लेते ।।

डाॅ फौज़िया नसीम शाद

Language: Hindi
Tag: शेर
9 Likes · 57 Views
Join our official announcements group on Whatsapp & get all the major updates from Sahityapedia directly on Whatsapp.
You may also like:
कौन जिम्मेदार इन दीवार के दरारों का,
कौन जिम्मेदार इन दीवार के दरारों का,
कवि दीपक बवेजा
If your heart is
If your heart is
Vandana maurya
पहाड़ का अस्तित्व - पहाड़ की नारी
पहाड़ का अस्तित्व - पहाड़ की नारी
श्याम सिंह बिष्ट
Hum to har chuke hai tumko
Hum to har chuke hai tumko
Sakshi Tripathi
*दया करो हे नाथ हमें, मन निरभिमान का वर देना 【भक्ति-गीत】*
*दया करो हे नाथ हमें, मन निरभिमान का वर देना 【भक्ति-गीत】*
Ravi Prakash
तुझे कैसे बताऊं तू कितना खाश है मेरे लिए
तुझे कैसे बताऊं तू कितना खाश है मेरे लिए
yuvraj gautam
शिव
शिव
Dr Archana Gupta
आप खुद से भी
आप खुद से भी
Dr fauzia Naseem shad
बीड़ी की बास
बीड़ी की बास
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
एक अणु में इतनी ऊर्जा
एक अणु में इतनी ऊर्जा
AJAY AMITABH SUMAN
शिशिर ऋतु-३
शिशिर ऋतु-३
Vishnu Prasad 'panchotiya'
■ दूसरा पहलू...
■ दूसरा पहलू...
*Author प्रणय प्रभात*
भले हमें ना पड़े सुनाई
भले हमें ना पड़े सुनाई
Ranjana Verma
दूर किसी वादी में
दूर किसी वादी में
Shekhar Chandra Mitra
क्या यही प्यार है
क्या यही प्यार है
gurudeenverma198
औरों की उम्मीदों में
औरों की उम्मीदों में
DEVSHREE PAREEK 'ARPITA'
मिलन
मिलन
Gurdeep Saggu
💐Prodigy Love-1💐
💐Prodigy Love-1💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
जेष्ठ अमावस माह का, वट सावित्री पर्व
जेष्ठ अमावस माह का, वट सावित्री पर्व
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
ग़ज़ल
ग़ज़ल
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
नववर्ष
नववर्ष
Vandana Namdev
दिल का दर्द आँख तक आते-आते नीर हो गया ।
दिल का दर्द आँख तक आते-आते नीर हो गया ।
Arvind trivedi
खंड 7
खंड 7
Rambali Mishra
जोगीरा सारा रारा रा.........................
जोगीरा सारा रारा रा.........................
सुशील कुमार सिंह "प्रभात"
कविता ही हो /
कविता ही हो /
ईश्वर दयाल गोस्वामी
इन पैरो तले गुजरता रहा वो रास्ता आहिस्ता आहिस्ता
इन पैरो तले गुजरता रहा वो रास्ता आहिस्ता आहिस्ता
'अशांत' शेखर
आखिर कौन हो तुम?
आखिर कौन हो तुम?
Satish Srijan
"ये कैसा दस्तूर?"
Dr. Kishan tandon kranti
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
ताटंक कुकुभ लावणी छंद और विधाएँ
Subhash Singhai
कर्मण्य के प्रेरक विचार
कर्मण्य के प्रेरक विचार
Shyam Pandey
Loading...