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11 Oct 2016 · 1 min read

दश हरा

ख्वाब को बिस्तर से उठा कर के सो जाओ
नेता को भी आँख दिखा कर के सो जाओ
मनाना ही है ग़र तुझे आज दशहरा विवेक
देश के गद्दारों को जला कर के सो जाओ
©विवेक चौहान एक कवि

Language: Hindi
279 Views
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