दश हरा
ख्वाब को बिस्तर से उठा कर के सो जाओ
नेता को भी आँख दिखा कर के सो जाओ
मनाना ही है ग़र तुझे आज दशहरा विवेक
देश के गद्दारों को जला कर के सो जाओ
©विवेक चौहान एक कवि
ख्वाब को बिस्तर से उठा कर के सो जाओ
नेता को भी आँख दिखा कर के सो जाओ
मनाना ही है ग़र तुझे आज दशहरा विवेक
देश के गद्दारों को जला कर के सो जाओ
©विवेक चौहान एक कवि