दर्द भरा गीत यहाँ गाया जा सकता है Vinit Singh Shayar
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/cb3548a11d77577d8323c6903287bd27_0d716c40e80f7d00fcd35feb85371993_600.jpg)
दर्द भरा गीत यहाँ गाया जा सकता है
इस मौसम में गुनगुनाया जा सकता है
आज़मा कर हमें वो कहते हैं बज़्म में
और इक बार तुम्हें आज़माया जा सकता है
जिन्हें सुनना है दर्द मेरा ठहरे रात बाक़ी है
जिनको है ज़रूरी काम वो जा सकता है
अब कहीं जा के हुआ पूरा मतलब उनका
अब वो कभी भी मुझे छोड़ के जा सकता है
दिन गुज़रा मेरा अक्सर जिनकी गुलामी में
शाम होते ही बोल रहे हैं अब तू जा सकता है
उनकी गलियों से गुज़रने में ख़तरा है बहुत
“विनीत” सब सो रहे हैं अब तू जा सकता है
~विनीत सिंह