Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
11 Feb 2017 · 1 min read

दरश बिन

तुमसे बिछुड़े मोरे प्रभ जी भई छः मासी की रैन
दरश बिन दूखन लागे नैन,दरश बिन दूखन लगे नैन

जल बिन जैसे मीन अधीरा
बिन सावन जैसे रोये पपीहा
जैसे अम्बर धरती को तरसे
ऐसे ही मेरो जिया बेचैन
दरश बिन ……..

मैं का जानूँ प्रीति तिहारी
ना ही प्रभु मैं कोई पुजारी
तुम्हरी इच्छा मिली जो लगन है
देकर दर्शन दो अब चैन
दरश बिन ………

भोली भाली तेरी सुरतिया
गहरी आँखे मीठी बतियाँ
प्रेम की नगरी तेरी बहियां
इनमें मगन मन पावे चैन
दरश बिन ………

मन स्वामी तुम् सृष्टि स्वामी
सर्वव्यापी तुम् अन्तर्यामी
भूले नहीं हो रीत निभानी
राह निहारूँ पल हर छैन
दरश बिन दूखन लागे नैन
दरश बिन………….

Language: Hindi
Tag: गीत
1 Like · 237 Views

Books from Dr.pratibha prkash

You may also like:
■ खोखलेपन की खुलती पोल!
■ खोखलेपन की खुलती पोल!
*Author प्रणय प्रभात*
"म्हारी छोरियां छोरों से कम हैं के"
Abdul Raqueeb Nomani
एक वह है और एक आप है
एक वह है और एक आप है
gurudeenverma198
नगर से दूर......
नगर से दूर......
Kavita Chouhan
रावण दहन
रावण दहन
Ashish Kumar
! ! बेटी की विदाई ! !
! ! बेटी की विदाई ! !
Surya Barman
Advice
Advice
Shyam Sundar Subramanian
-- बेशर्मी बढ़ी --
-- बेशर्मी बढ़ी --
गायक और लेखक अजीत कुमार तलवार
Rang hi khuch aisa hai hmare ishk ka , ki unhe fika lgta hai
Rang hi khuch aisa hai hmare ishk ka , ki...
Sakshi Tripathi
If your heart is
If your heart is
Vandana maurya
*शिष्टाचार आना चाहिए 【हिंदी गजल/गीतिका 】*
*शिष्टाचार आना चाहिए 【हिंदी गजल/गीतिका 】*
Ravi Prakash
धन
धन
सुरेश कुमार चतुर्वेदी
साहस का सच
साहस का सच
नंदलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर
ईश्वर का जाल और मनुष्य
ईश्वर का जाल और मनुष्य
Dr MusafiR BaithA
💐प्रेम कौतुक-269💐
💐प्रेम कौतुक-269💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
केवल मृत्यु ही निश्चित है / (गीत)
केवल मृत्यु ही निश्चित है / (गीत)
ईश्वर दयाल गोस्वामी
समस्या है यह आएगी_
समस्या है यह आएगी_
Rajesh vyas
गदा हनुमान जी की
गदा हनुमान जी की
AJAY AMITABH SUMAN
आशाओं के दीप जलाए थे मैने
आशाओं के दीप जलाए थे मैने
Ram Krishan Rastogi
राज
राज
Alok Saxena
मैं खुश हूँ बिन कार
मैं खुश हूँ बिन कार
Satish Srijan
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
🚩साल नूतन तुम्हें प्रेम-यश-मान दे।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता है।
दुर्बल कायर का ही तो बाली आधा वल हर पाता...
umesh mehra
कविता
कविता
Rekha Drolia
कोई साया न
कोई साया न
Dr fauzia Naseem shad
"रफ-कॉपी"
Dr. Kishan tandon kranti
मुक्ती
मुक्ती
सुशील कुमार सिंह "प्रभात"
आओ प्यार कर लें
आओ प्यार कर लें
Shekhar Chandra Mitra
247.
247. "पहली पहली आहट"
MSW Sunil SainiCENA
Best ghazals of Shivkumar Bilagrami
Best ghazals of Shivkumar Bilagrami
Shivkumar Bilagrami
Loading...