तेरा बना दिया है मुझे
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तेरा बना दिया है मुझे, तेरी इन अदाओं ने।
कर लिया है कैद मुझे, तेरी इन निगाहों ने।।
तेरा बना दिया है मुझे ——————-।।
आजा अब तू करीब भी, अच्छा है मेरा नसीब भी।
जो मांगा वह मिल गया, देखा जब तेरी निगाहों ने।।
तेरा बना दिया है मुझे ——————–।।
छूने दो इन हाथों को मुझे, अपनी साँसों में बसने दो।
मुझसे अब क्या शर्माना, फूल बिछाये है राहों ने।।
तेरा बना दिया है मुझे ———————-।।
गुलाब जैसे है तुम्हारे लब, साया है तेरी ये जुल्फें।
बाँहों का हार गले में डाल, रात सजाई है तारों ने।।
तेरा बना दिया है मुझे ———————-।।
जोड़ ले रिश्ता हम ऐसा, जो जन्मों तक टूटे नहीं।
आवो लगाये हम एक चमन, गाया है गीत बहारों ने।।
तेरा बना दिया है मुझे ———————।।
शिक्षक एवं साहित्यकार
गुरुदीन वर्मा उर्फ जी.आज़ाद
तहसील एवं जिला- बारां(राजस्थान)