Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
30 Nov 2019 · 1 min read

तुम और बातें।

शीतल चाँदनी में लिपटीं वो हसीन रातें,
तेरी जुल्फों को छूने के लिए
बेकरार , बेकल, बदहवास –
हवा के मासूम झोंके,
मदमस्त कलियों की नाजुक
पंखुड़ियों से निकलता मदहोश
करने वाला असीम सौरभ और
तेरे पुलकित, कमनीय तन से लिपटने
की रंगीन परागों की मादक आतुरता,
सागर की चंचल लहरों में
तेरे अनिंद्य रूप की झलक के लिए
बेहिसाब प्रतिस्पर्धा और
सुनहरे पंखों के सहारे नीरव
नीलाम्बर में उड़ते बादलों की
अलबेली, नटखट पंक्तियों में –
जल की प्यासी बूँदों के माध्यम से
अलकों में उलझते हुए तेरे अधरों पर
बिखर जाने की उत्कट अभिलाषा,
आज कुछ भी नहीं है
पर सबकुछ है – यादों में।

अनिल मिश्र प्रहरी।

Language: Hindi
1 Like · 289 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
You may also like:
गीत शब्द
गीत शब्द
सूर्यकांत द्विवेदी
Tum likhte raho mai padhti rahu
Tum likhte raho mai padhti rahu
Sakshi Tripathi
चंद अशआर -ग़ज़ल
चंद अशआर -ग़ज़ल
डॉक्टर वासिफ़ काज़ी
फक़त हर पल दूसरों को ही,
फक़त हर पल दूसरों को ही,
Aksharjeet Ingole
#नुबारकबाद
#नुबारकबाद
*Author प्रणय प्रभात*
कोरोना :शून्य की ध्वनि
कोरोना :शून्य की ध्वनि
Mahendra singh kiroula
जलियांवाला बाग,
जलियांवाला बाग,
अनूप अम्बर
सामन्जस्य
सामन्जस्य
DR ARUN KUMAR SHASTRI
जब ये ख्वाहिशें बढ़ गई।
जब ये ख्वाहिशें बढ़ गई।
Taj Mohammad
डॉक्टर कर्ण सिंह से एक मुलाकात
डॉक्टर कर्ण सिंह से एक मुलाकात
Ravi Prakash
💐अज्ञात के प्रति-44💐
💐अज्ञात के प्रति-44💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
माघी दोहे ....
माघी दोहे ....
डॉ.सीमा अग्रवाल
*आस्था*
*आस्था*
Dushyant Kumar
"शब्दकोश में शब्द नहीं हैं, इसका वर्णन रहने दो"
Kumar Akhilesh
सो रहा हूं
सो रहा हूं
Dr. Meenakshi Sharma
कुदरत है बड़ी कारसाज
कुदरत है बड़ी कारसाज
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
जहाँ भी जाता हूँ ख्वाहिशों का पुलिंदा साथ लिए चलता हूँ,
जहाँ भी जाता हूँ ख्वाहिशों का पुलिंदा साथ लिए चलता हूँ,
Dr. Rajiv
तेरे दिल में मेरे लिए जगह खाली है क्या,
तेरे दिल में मेरे लिए जगह खाली है क्या,
Vishal babu (vishu)
"काँच"
Dr. Kishan tandon kranti
मयस्सर नहीं अदब..
मयस्सर नहीं अदब..
Vijay kumar Pandey
आपको जीवन में जो कुछ भी मिले उसे सहर्ष स्वीकार करते हुए उसका
आपको जीवन में जो कुछ भी मिले उसे सहर्ष स्वीकार करते हुए उसका
तरुण सिंह पवार
अगर तोहफ़ा देने से मुहब्बत
अगर तोहफ़ा देने से मुहब्बत
shabina. Naaz
नारी रखे है पालना l
नारी रखे है पालना l
अरविन्द व्यास
संसद बनी पागलखाना
संसद बनी पागलखाना
Shekhar Chandra Mitra
मशहूर हो जाऊं
मशहूर हो जाऊं
सुशील कुमार सिंह "प्रभात"
सिर्फ तुम
सिर्फ तुम
Arti Bhadauria
" भूलने में उसे तो ज़माने लगे "
भगवती प्रसाद व्यास " नीरद "
“POLITICAL THINKING COULD BE ALSO A HOBBY”
“POLITICAL THINKING COULD BE ALSO A HOBBY”
DrLakshman Jha Parimal
मारुति
मारुति
Kavita Chouhan
शहीद दिवस पर शहीदों को सत सत नमन 🙏🙏🙏
शहीद दिवस पर शहीदों को सत सत नमन 🙏🙏🙏
Prabhu Nath Chaturvedi
Loading...