Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
28 Aug 2016 · 1 min read

तिरंगा

जीवन तो है आना जाना।
अपने फर्ज कभी न भुलाना।

अपने वतन पर मिटेंगे हम;
कभी न कदम पीछे हटाना।

जो जां काम न आए वतन पर;
कैसे मां का कर्ज चुकाना।

आओ कदम बड़ाएं मिलकर;
देश को यूं आगे बड़ाना।

तिरंगा घर- घर लहराएगा;
दुश्मन का न तुम खौफ खाना।।।
कामनी गुप्ता***

470 Views

Books from kamni Gupta

You may also like:
"मां बाप"
Dr Meenu Poonia
फ़साना-ए-उल्फ़त सुनाते सुनाते
फ़साना-ए-उल्फ़त सुनाते सुनाते
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Sunny Yadav
Sunny Yadav
Sunny Yadav
तुम्हारी छवि
तुम्हारी छवि
Rashmi Sanjay
Serious to clean .
Serious to clean .
Nishant prakhar
वेद प्रताप वैदिक को शब्द श्रद्धांजलि
वेद प्रताप वैदिक को शब्द श्रद्धांजलि
Dr Manju Saini
दिल में गीत बजता है होंठ गुनगुनाते है
दिल में गीत बजता है होंठ गुनगुनाते है
ठाकुर प्रतापसिंह "राणाजी"
दीदार ए वक्त।
दीदार ए वक्त।
Taj Mohammad
है स्वर्ग यहीं
है स्वर्ग यहीं
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
जिस्मौ के बाजार में दिलजार करते हो
जिस्मौ के बाजार में दिलजार करते हो
कवि दीपक बवेजा
कैसे कह दूँ
कैसे कह दूँ
Dr fauzia Naseem shad
खप-खप मरता आमजन
खप-खप मरता आमजन
विनोद सिल्ला
अपना अपना आवेश....
अपना अपना आवेश....
Ranjit Tiwari
रोशनी की भीख
रोशनी की भीख
Shekhar Chandra Mitra
"समझदार से नासमझी की
*Author प्रणय प्रभात*
कभी कभी मन करता है या दया आती है और लगता है कि तुम्हे खूदकी औकात नापने का मौका द
कभी कभी मन करता है या दया आती है और...
Nav Lekhika
दिल करता है तितली बनूं
दिल करता है तितली बनूं
Surinder blackpen
नाथू राम जरा बतलाओ
नाथू राम जरा बतलाओ
Satish Srijan
✍️समतामूलक प्रकृति…
✍️समतामूलक प्रकृति…
'अशांत' शेखर
राधे राधे happy Holi
राधे राधे happy Holi
साहित्य गौरव
हिचकियों का रहस्य
हिचकियों का रहस्य
Ram Krishan Rastogi
मशहूर हो जाऊं
मशहूर हो जाऊं
सुशील कुमार सिंह "प्रभात"
मानव इतिहास के महानतम् मार्शल आर्टिस्टों में से एक
मानव इतिहास के महानतम् मार्शल आर्टिस्टों में से एक "Bruce...
Pravesh Shinde
*अनुकूल जो करता गया (गीतिका)*
*अनुकूल जो करता गया (गीतिका)*
Ravi Prakash
🧑‍🎓मेरी सफर शायरी🙋
🧑‍🎓मेरी सफर शायरी🙋
Ankit Halke jha
💐प्रेम कौतुक-445💐
💐प्रेम कौतुक-445💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
नव दीपोत्सव कामना
नव दीपोत्सव कामना
Shyam Sundar Subramanian
मजदूर।
मजदूर।
Anil Mishra Prahari
जंगल के राजा
जंगल के राजा
अभिषेक पाण्डेय ‘अभि’
डाला है लावा उसने कुछ ऐसा ज़बान से
डाला है लावा उसने कुछ ऐसा ज़बान से
Anis Shah
Loading...