तनहाई
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ये कैसे हालात हैं कि, मैं भी हवालात में हूं।
इक पुरानी बेवफा से, आज मुलाकात में हूं।।
अचानक रूबरू होकर तो उसने चौंकाया।
और कहती है कि, मैं उसके खयालात में हूं।।
मेरी तन्हाई मेरा हमसाया हुआ करती थी।
लौट आई ओ मेरे पास, उसकी कायनात में हूं।।