Sahityapedia
Sign in
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
20 Jan 2024 · 1 min read

डॉ अरुण कुमार शास्त्री

डॉ अरुण कुमार शास्त्री
दुःख आये तो अर्पित कर दो
सुख आये तो प्रेषित कर दो
पभु की रचनाएं हैं हम सब
सब कुछ उनको ही समर्पित कर दो
इस जगत में प्राणी तेरा मेरा कुछ नहीं
न कुछ लेकर आए थे न कुछ ले कर जाना
किया कराया जमा घटा सब थोथा चना समाना

382 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.
Books from DR ARUN KUMAR SHASTRI
View all

You may also like these posts

शिखर पर साध्वी प्रमुखा
शिखर पर साध्वी प्रमुखा
Sudhir srivastava
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
परिमल पंचपदी--- नवीन विधा*
रामनाथ साहू 'ननकी' (छ.ग.)
सूरज दादा
सूरज दादा
डॉ. शिव लहरी
"पैमाना"
Dr. Kishan tandon kranti
.........?
.........?
शेखर सिंह
15🌸बस तू 🌸
15🌸बस तू 🌸
Mahima shukla
वक्त लगता है
वक्त लगता है
Vandna Thakur
नादान नहीं है हम ,सब कुछ समझते है ।
नादान नहीं है हम ,सब कुछ समझते है ।
ओनिका सेतिया 'अनु '
जवानी के दिन
जवानी के दिन
Sandeep Pande
किसी और से नहीं क्या तुमको मोहब्बत
किसी और से नहीं क्या तुमको मोहब्बत
gurudeenverma198
कबीरा कह गये हो तुम मीठी वाणी
कबीरा कह गये हो तुम मीठी वाणी
Buddha Prakash
ॐ
सोलंकी प्रशांत (An Explorer Of Life)
मैं विवेक शून्य हूँ
मैं विवेक शून्य हूँ
संजय कुमार संजू
चाहत ए मोहब्बत में हम सभी मिलते हैं।
चाहत ए मोहब्बत में हम सभी मिलते हैं।
Neeraj Kumar Agarwal
ना जाने यूं इश्क़ में एक ही शौक़ पलता है,
ना जाने यूं इश्क़ में एक ही शौक़ पलता है,
डॉ. शशांक शर्मा "रईस"
मंजिल
मंजिल
Kanchan Khanna
बस यूं ही कुछ हो गया था।
बस यूं ही कुछ हो गया था।
Kumar Kalhans
दिल को यूं भी सुकून देते हैं
दिल को यूं भी सुकून देते हैं
Dr fauzia Naseem shad
नया साल
नया साल
Arvina
ग़ज़ल _ आइना न समझेगा , जिन्दगी की उलझन को !
ग़ज़ल _ आइना न समझेगा , जिन्दगी की उलझन को !
Neelofar Khan
वे रिश्ते आजाद
वे रिश्ते आजाद
RAMESH SHARMA
* मुक्तक *
* मुक्तक *
surenderpal vaidya
प्यार अगर खुद से हो
प्यार अगर खुद से हो
Shivam Rajput
"बसंत पंचमी "
Pushpraj Anant
तेरी पनाह.....!
तेरी पनाह.....!
VEDANTA PATEL
गांधी जी और शास्त्री जी जयंती पर विशेष दोहे
गांधी जी और शास्त्री जी जयंती पर विशेष दोहे
राजीव नामदेव 'राना लिधौरी'
*कलियुग*
*कलियुग*
Pallavi Mishra
3578.💐 *पूर्णिका* 💐
3578.💐 *पूर्णिका* 💐
Dr.Khedu Bharti
मुश्किल है जिंदगी में अपनों से दिल लगाना।
मुश्किल है जिंदगी में अपनों से दिल लगाना।
Phool gufran
आपकी पहचान ब्रांडेड कपड़े और जूतों को पहनने से नही होती जब आ
आपकी पहचान ब्रांडेड कपड़े और जूतों को पहनने से नही होती जब आ
Rj Anand Prajapati
Loading...