जो जिस चीज़ को तरसा है,
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जो जिस चीज़ को तरसा है,
वही उसके लिए अज़ीज़ तोहफा है।
मुसकुराने की वज़ह नहीं ढुंढता
शिकवा कर अपनी जिंदगी से ख़फ़ा है
छोड़ जाते हैं कुछ बेवफाई करके
बस जिंदगी ही निभाती वफ़ा है
जो जिस चीज़ को तरसा है,
वही उसके लिए अज़ीज़ तोहफा है।
मुसकुराने की वज़ह नहीं ढुंढता
शिकवा कर अपनी जिंदगी से ख़फ़ा है
छोड़ जाते हैं कुछ बेवफाई करके
बस जिंदगी ही निभाती वफ़ा है