Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
2 Feb 2017 · 1 min read

जिंदगी

माना कि कामयाबियों से अभी फ़ासलें बहुत हैं,
पर ऐ जिंदगी, मुझमें भी अभी होंसलें बहुत हैं,
हाँ, बिखेर दिये होंगें तुमने महल कितने ही,
पर उन खंडहरों में अब भी घोंसलें बहुत हैं…

Language: Hindi
Tag: शेर
174 Views
You may also like:
कितने इश्क़❤️🇮🇳 लिख गये, कितने इश्क़ सिखा गये,
कितने इश्क़❤️🇮🇳 लिख गये, कितने इश्क़ सिखा गये,
Shakil Alam
बाजा दाँत बजा रहे,ढपली ठिठुरे गात
बाजा दाँत बजा रहे,ढपली ठिठुरे गात
Dr Archana Gupta
//... कैसे हो भैया ...//
//... कैसे हो भैया ...//
Chinta netam " मन "
कहूं कैसे भोर है।
कहूं कैसे भोर है।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
सुबह -सुबह
सुबह -सुबह
gpoddarmkg
*नजारा फिर न आएगा (मुक्तक)*
*नजारा फिर न आएगा (मुक्तक)*
Ravi Prakash
💐💐संयमेन शक्ति: उत्पन्नं भवति💐💐
💐💐संयमेन शक्ति: उत्पन्नं भवति💐💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
कविता
कविता
Rekha Drolia
खुशियां बेवफ़ा होती है।
खुशियां बेवफ़ा होती है।
Taj Mohammad
चौबीस घन्टे साथ में
चौबीस घन्टे साथ में
Satish Srijan
नेताजी कहिन
नेताजी कहिन
Shekhar Chandra Mitra
शख्सियत - राजनीति में विरले ही मिलते हैं
शख्सियत - राजनीति में विरले ही मिलते हैं "रमेश चन्द्र...
Deepak Kumar Tyagi
कर्म प्रधान
कर्म प्रधान
Dr. Akhilesh Baghel "Akhil"
आओ दीप जलाएं
आओ दीप जलाएं
डा. सूर्यनारायण पाण्डेय
शांत सा जीवन
शांत सा जीवन
Dr fauzia Naseem shad
✍️दूरियाँ वो भी सहता है ✍️
✍️दूरियाँ वो भी सहता है ✍️
Vaishnavi Gupta (Vaishu)
दस्ताने
दस्ताने
Seema gupta,Alwar
कौन सोचता है
कौन सोचता है
Surinder blackpen
हर सुबह उठकर अपने सपनों का पीछा करना ही हमारा वास्तविक प्रेम
हर सुबह उठकर अपने सपनों का पीछा करना ही हमारा...
Shubham Pandey (S P)
साहस
साहस
श्री रमण 'श्रीपद्'
हम कलियुग के प्राणी हैं/Ham kaliyug ke prani Hain
हम कलियुग के प्राणी हैं/Ham kaliyug ke prani Hain
Shivraj Anand
“ टैग मत करें ”
“ टैग मत करें ”
DrLakshman Jha Parimal
राह नहीं अटूट
राह नहीं अटूट
Dr Rajiv
कैसे कहूँ....?
कैसे कहूँ....?
ज्ञानीचोर ज्ञानीचोर
■ मान्यता
■ मान्यता
*Author प्रणय प्रभात*
शेर
शेर
Rajiv Vishal
"अतीत"
Dr. Kishan tandon kranti
ईर्ष्या
ईर्ष्या
Shyam Sundar Subramanian
इधर उधर न देख तू
इधर उधर न देख तू
Shivkumar Bilagrami
जल
जल
Saraswati Bajpai
Loading...