*शत-शत नमन प्रोफेसर ओमराज*
कभी वैरागी ज़हन, हर पड़ाव से विरक्त किया करती है।
पेपर लीक का सामान्य हो जाना
आओ मृत्यु का आव्हान करें।
ऐ./सी.राकेश देवडे़ बिरसावादी
याद हम बनके तेरे दिल में महक जाएंगे,
ग़ज़ल सगीर
डॉ सगीर अहमद सिद्दीकी Dr SAGHEER AHMAD
शीर्षक -सावन में हरियाली!
डर, साहस, प्रेरणा,कामुकता,लालच,हिंसा,बेइमानी इत्यादि भावनात्
King of the 90s - Television
सिर्फ चुटकुले पढ़े जा रहे कविता के प्रति प्यार कहां है।
Prabhu Nath Chaturvedi "कश्यप"
जो चाहते थे पा के भी तुम्हारा दिल खुशी नहीं।
दिल टूटेला छने छन कई बेर हो
तू मिला जो मुझे इक हंसी मिल गई
विक्रमी सम्वत्-2082 की हार्दिक शुभकामनाएं
एक भरी महफिल में माइक संभालते हुए।
Abhilesh sribharti अभिलेश श्रीभारती
दरख्त
पूनम 'समर्थ' (आगाज ए दिल)
अक्सर चाहतें दूर हो जाती है,
जब मायके से जाती हैं परदेश बेटियाँ
जब तक आपका कामना है तब तक आप अहंकार में जी रहे हैं, चाहे आप