Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
6 Mar 2023 · 1 min read

जन्नत चाहिए तो जान लगा दे

जन्नत चाहिए तो जान लगा दे
धैर्य रख और कमियों को तू भुला दे
दफन हैं जो तेरे अंदर आग
उस आग से तू नाकामयाबी के समंदर को भी जला दे

1 Like · 109 Views
You may also like:
"ଜୀବନ ସାର୍ଥକ କରିବା ପାଇଁ ସ୍ୱାଭାବିକ ହାର୍ଦିକ ସଂଘର୍ଷ ଅନିବାର୍ଯ।"
Sidhartha Mishra
पहले सा मौसम ना रहा
पहले सा मौसम ना रहा
Sushil chauhan
धोखा
धोखा
Sanjay
शाम की चाय पर
शाम की चाय पर
Surinder blackpen
अफसोस न करो
अफसोस न करो
Dr fauzia Naseem shad
mujhe needno se jagaya tha tumne
mujhe needno se jagaya tha tumne
Anand.sharma
दोहा
दोहा
डाॅ. बिपिन पाण्डेय
अपनों के खो जाने के बाद....
अपनों के खो जाने के बाद....
Jyoti Khari
करो कुछ मेहरबानी यूँ,
करो कुछ मेहरबानी यूँ,
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
#महसूस_करें...
#महसूस_करें...
*Author प्रणय प्रभात*
आप अच्छे हो उससे ज्यादा,फर्क आप कितने सफल
आप अच्छे हो उससे ज्यादा,फर्क आप कितने सफल
पूर्वार्थ
Khuch wakt ke bad , log tumhe padhna shuru krenge.
Khuch wakt ke bad , log tumhe padhna shuru krenge.
Sakshi Tripathi
2306.पूर्णिका
2306.पूर्णिका
Dr.Khedu Bharti
साए
साए
नील पदम् Deepak Kumar Srivastava (दीपक )(Neel Padam)
LALSA
LALSA
Raju Gajbhiye
संसार चलाएंगी बेटियां
संसार चलाएंगी बेटियां
Shekhar Chandra Mitra
आप हमको पढ़ें, हम पढ़ें आपको
आप हमको पढ़ें, हम पढ़ें आपको
नन्दलाल सिंह 'कांतिपति'
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
बेटी आएगी, तो खुशियां लाएगी।
Rajni kapoor
ना कोई संत, न भक्त, ना कोई ज्ञानी हूँ,
ना कोई संत, न भक्त, ना कोई ज्ञानी हूँ,
डी. के. निवातिया
हिन्द के बेटे
हिन्द के बेटे
सुरेन्द्र शर्मा 'शिव'
उतर के आया चेहरे का नकाब उसका,
उतर के आया चेहरे का नकाब उसका,
कवि दीपक बवेजा
Blood relationships sometimes change
Blood relationships sometimes change
pratibha5khatik
किन्नर-व्यथा ...
किन्नर-व्यथा ...
डॉ.सीमा अग्रवाल
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्तर भी है तो प्यार की कोई उमर नहीं।
सत्य कुमार प्रेमी
हाय.
हाय.
Vishal babu (vishu)
💐प्रेम कौतुक-178💐
💐प्रेम कौतुक-178💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
उसे देख खिल गयीं थीं कलियांँ
उसे देख खिल गयीं थीं कलियांँ
श्री रमण 'श्रीपद्'
वाह-वाह क्या दाँत (हास्य कुंडलिया)
वाह-वाह क्या दाँत (हास्य कुंडलिया)
Ravi Prakash
आईना प्यार का क्यों देखते हो
आईना प्यार का क्यों देखते हो
Vivek Pandey
" खामोश आंसू "
Aarti sirsat
Loading...