Sahityapedia
Login Create Account
Home
Search
Dashboard
Notifications
Settings
13 Dec 2020 · 1 min read

【30】*!* गैया मैया कृष्ण कन्हैया *!*

गौ को गौमाता कहने वालों, इतना सा तौ गौर करो
गौमाता माता की सेवा करने से, तिल भर भी नहीं डरो
{1} घर की पहली रोटी को सब, गौमाता को दान करो
हम याचक ईश्वर देता, मानव हो न अभिमान करो
गीता ज्ञान को पढ़कर मन में, कूट-कूट स्वाभिमान भरो
हम सेवक ईश्वर मालिक, सब सत्य कर्म में ध्यान धरो
गौ को गौमाता………….
{2} भाव सभी के मन में, गौ सेवा के नित आते होंगे
तन से नहीं तो मन से , सेवा में खुद को पाते होंगे
सोचो बिन खाए दुनियाँँ में, पेट क्या भर पाते होंगे
जीवन है क्षण मात्र पहेली, करना है जो अभी करो
गौ को गौमाता ……….
{3} राधा-कृष्ण के मंदिर जा तुम, धूप-दीप जी भर कर लो
राधा-कृष्ण कृपा बरसे जो, जी भर गौ सेवा कर लो
जितने सुख गौमाता पाये, उतने श्याम से तुम वर लो
तुलसी, राधा सी गौमाता, सेवा कर सम्मान करो
गौ को गौमाता………
{4} कृष्ण तुम्हारा इष्ट देव है, कृष्ण से ये सब कह देना
गाय तेरी भूखी हैं, तुझे खेलाऊं, तू मोहे वर देना
सिसक-सिसक सुन रोये कान्हा, आंसू जरा पोंछ देना
हम नहीं रोये श्याम रुलाया, भ्रम का अब तो त्याग करो
गौ को गौमाता……….
खैमसिहं सैनी
M.A, B.Ed from University of (Raj.)
Mob.No. 9266034598

Language: Hindi
4 Likes · 1 Comment · 1341 Views
📢 Stay Updated with Sahityapedia!
Join our official announcements group on WhatsApp to receive all the major updates from Sahityapedia directly on your phone.

Books from Arise DGRJ (Khaimsingh Saini)

You may also like:
*प्रभु आप भक्तों की खूब परीक्षा लेते रहते हो,और भक्त जब परीक
*प्रभु आप भक्तों की खूब परीक्षा लेते रहते हो,और भक्त जब परीक
Shashi kala vyas
तमाशबीन जवानी
तमाशबीन जवानी
Shekhar Chandra Mitra
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा🇮🇳
संविधान ग्रंथ नहीं मां भारती की एक आत्मा🇮🇳
तारकेशवर प्रसाद तरुण
शहर की गर्मी में वो छांव याद आता है, मस्ती में बिता जहाँ बचप
शहर की गर्मी में वो छांव याद आता है, मस्ती में बिता जहाँ बचप
Shubham Pandey (S P)
#आज_का_संदेश
#आज_का_संदेश
*Author प्रणय प्रभात*
तप त्याग समर्पण भाव रखों
तप त्याग समर्पण भाव रखों
Er.Navaneet R Shandily
साथ जब चाहा था
साथ जब चाहा था
Ranjana Verma
मरने में अचरज कहाँ ,जीने में आभार (कुंडलिया)
मरने में अचरज कहाँ ,जीने में आभार (कुंडलिया)
Ravi Prakash
जिद कहो या आदत क्या फर्क,
जिद कहो या आदत क्या फर्क,"रत्न"को
गुप्तरत्न
💐Prodigy Love-18💐
💐Prodigy Love-18💐
शिवाभिषेक: 'आनन्द'(अभिषेक पाराशर)
चाय की घूंट और तुम्हारी गली
चाय की घूंट और तुम्हारी गली
Aman Kumar Holy
बेटा बेटी का विचार
बेटा बेटी का विचार
Vijay kannauje
अच्छाई ऐसी क्या है तुझमें
अच्छाई ऐसी क्या है तुझमें
gurudeenverma198
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
हुआ बुद्ध धम्म उजागर ।
Buddha Prakash
कहूं कैसे भोर है।
कहूं कैसे भोर है।
Pt. Brajesh Kumar Nayak
केवट का भाग्य
केवट का भाग्य
रोहताश वर्मा मुसाफिर
झरना
झरना
Satish Srijan
आँखों की दुनिया
आँखों की दुनिया
Sidhartha Mishra
तेरी आवाज़ क्यूं नम हो गई
तेरी आवाज़ क्यूं नम हो गई
Surinder blackpen
फूलों की व्यथा
फूलों की व्यथा
Chunnu Lal Gupta
"जीना-मरना"
Dr. Kishan tandon kranti
मर्द का दर्द
मर्द का दर्द
Anil chobisa
बालगीत - सर्दी आई
बालगीत - सर्दी आई
Kanchan Khanna
जहां तक रास्ता दिख रहा है वहां तक पहुंचो तो सही आगे का रास्त
जहां तक रास्ता दिख रहा है वहां तक पहुंचो तो सही आगे का रास्त
dks.lhp
भले ही तुम कड़वे नीम प्रिय
भले ही तुम कड़वे नीम प्रिय
Ram Krishan Rastogi
ज़िंदगी की ज़रूरत के
ज़िंदगी की ज़रूरत के
Dr fauzia Naseem shad
खाटू श्याम जी
खाटू श्याम जी
अनिल कुमार गुप्ता 'अंजुम'
पास आएगा कभी
पास आएगा कभी
surenderpal vaidya
समता उसके रूप की, मिले कहीं न अन्य।
समता उसके रूप की, मिले कहीं न अन्य।
डॉ.सीमा अग्रवाल
तोड़ी कच्ची आमियाँ, चटनी लई बनाय
तोड़ी कच्ची आमियाँ, चटनी लई बनाय
महावीर उत्तरांचली • Mahavir Uttranchali
Loading...