गीता जयंती
![](https://cdn.sahityapedia.com/images/post/281bc7fbccc7b19d21d5a5ee8ea537e9_86a307877a104ea7fc371968e24734e8_600.jpg)
गीता ऐसा ग्रन्थ है
जिसे उचरा भगवान।
पढ़कर सुनकर देख लो,
मिले अलौकिक ज्ञान।
मिले अलौकिक ज्ञान,
दिशा पाओ उजियारी।
मिटे तीन सन्ताप,
है गीता इतनी न्यारी।
हरि की शिक्षा है छिपी,
ग्रन्थ है बहुत महान।
गीता को जो भी पढ़ा,
मिटा सकल अज्ञान।
अगहन शुक्ल एकादशी,
गीता जयंती होय।
जो कोई सुनता बांचता,
रिक्त रहे न कोय।
भक्ति की शक्ती देत है,
देत प्रबल प्रज्ञान।
गीता ऐसा ग्रन्थ है
जिसे उचरा भगवान।
गीता जयंती
प्रतिवर्ष:-
मार्गशीर्ष,
शुक्ल,एकादशी,