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2 Nov 2022 · 1 min read

गजल

एक भी आंसू न बहना चाहिए,
दर्द को चुपचाप सहना चाहिए।

एक ओछी बात या तकरार को,
चार लोगों में न कहना चाहिए।

प्रेम की खुश्बू बिखर जाए मगर,
नफरती दीवार ढहना चाहिए ।

मुश्किलों से सामना करते रहो,
जिंदगी महफूज रहना चाहिए।

तुम किसी के मीत बन जाओ सहज,
सादगी का एक गहना चाहिए।

जगदीश शर्मा सहज

Language: Hindi
Tag: गज़ल
2 Likes · 1 Comment · 296 Views
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